सीता की अग्निपरीक्षा
सीता की अग्निपरीक्षा
निकिता और विनीत दोनों सोफे पर खामोश बैठे थे निकिता के हाथ में प्रेग्नेंसी रिपोर्ट थी जो पोजेटिव थी मगर उसके चेहरे पर खुशी की जगह आँखों में आँसू थे क्योंकि उसके पति विनीत को यह शंका थी कि ये बच्चा उनका नहीं है।
अंततः खामोशी तोड़ते हुए विनीत ने कहा" निकिता यदि तुम मेरे साथ रहना चाहती हो तो तुम्हें डीएनए टेस्ट करवाना ही होगा।"
"ये आप कैसी बातें कर रहे है ये हमारा पहला बच्चा है और मैं आपकी पत्नी हूँ क्यों आप हमारे रिश्ते को मजाक बना देना चाहते है।" निकिता बोली।
विनीत बोला " मैं और तुम दोनों अलग-अलग शहर में रहते है। ऐसे में मेरे मन में शंका का आ जाना स्वभाविक है और मैं क्या पहला पुरुष हूँ जो ऐसा कर रहा है भगवान राम ने भी तो अग्निपरीक्षा ली थी।"
निकिता बोली" विनीत आप मेरे साथ रहे या न रहे पर मैं डीएनए टेस्ट नहीं करवाऊँगी क्योंकि सीता की अग्नि परीक्षा लेकर भी बाद में राम ने उन्हें परित्यक्त कर दिया था और मैं नहीं चाहती कि मेरे साथ भी कुछ ऐसा ही हो।