शिक्षा
शिक्षा
मोहक आज सुबह से रोए जा रहा है,और उसकी बस एक ही जिद है कि वो पढ़ाई करने स्कूल नही जाएग। हाँ वो अपनी माँ से दूर कहीं भी नही जाएगा।उसकी इस करुण गुहार पर सारा परिवार पसीज कर उसे शांत कराने की नाकाम कोशिश कर रहा है।
पर अपने बच्चे की हर जिद को मुस्कुराते हुए मान जाने वाली उसकी माँ,आज चुप है कुछ नही कहती। शायद उसे अपने बच्चे का स्कूल न जाना मंजूर नही।
रोता हुआ मोहक जहां आज अपनी माँ के इस सख्त व अप्रत्याशित व्यवहार से हतप्रभ है वहां माँ भी आज उसके आंसुओ के आगे कमजोर नही पड़ रही। बल्कि वो अपनी ममता के आवेग को अपने अंतर में ही कहीं थामे हुए है। क्योकि वो खुद भले ही अशिक्षित सही,पर अपने बच्चे के जीवन मे शिक्षा के महत्व को भली भांति जानती है।
