शिक्षा
शिक्षा
शहर ने रहे सुरजा नामक एक व्यक्ति अपने बेटे को एक अंग्रेजी माध्यम पाठशाला मेंं भर्ती किया।
हर कोज मा अपनी बेटे को पूछता है कि स्कूल में क्या सीखा ,बच्चा जवाब देता है अंग्रेजी तमिल वगैरह। एक जिन लडका अपने हिंदी टीचर से पूछता है की मेम हम तो रहते हैं तमिलनाडू में हम क्यों हिंदी पढ़ना है ?
टीचर तो जवाब दिया की हिंद हमारी राष्ट्र भाषा है इसलिए सीखना है। लड़का अपने घर जाकर माँ से पूछा था की हमारे देश में इतनी भाषाएँ है क्यों गाँधीजी ने सिर्फ हिंदी को राष्ट्र भाषा घोषित किया था।
तब माँ ने जवाब दिया स्वतंत्र संग्राम का समय कोई विषय फैलाने केलिए एक भाषा की जरूरत पड़ी तब देखा है तो हमारे देश में हिंदी बोलने वाले ज्यादा था इसलिए उन्होने हिंदी को चुना लिया। तुरंत लड़़का ने पूछा की गाँधीजी का मातृ भाषा हिंदी है क्या, माँ ने जवाब दिया की नहीं गुजराती है। अगर तुमहारे मन में देश भक्ति है तो अपनी मातृ भाषा के जैसे ही हिंदी को भी इज्जत देना है ये मेरी सलाह है माँ ने कहा। तब से वो लड़का सुसज्जित बहुत ध्यान से हिंदी भी पढ़ा।