सच्चे देश भक्त ये सैनिक
सच्चे देश भक्त ये सैनिक
बहुत दिनों तक नौकरी की तलाश में भटक रहे रोहित को समझ नहीं आ रहा था कि वो क्या करे और क्या ना करे। वो इंटरव्यू देकर थक गया तो कुछ पल पास के गार्डन में बैठ गया। तभी वहां से एक बूढ़ी औरत गुज़र रही थी उसके पास से की पीछे से एक लड़का आया और उसकी सोने की छीन भागने लगा । उसने उस लड़के को धर दबोचा। ये सब पीछे से आ रहे उस औरत के बेटे ने देखा और उसकी बहुत तारीफ की वो सेना का एक बड़ा अफ़सर था ।
उसने जब रोहित से पूछा कि क्या करते हो जांबाज़ तो उसने बताया कि नौकरी की तलाश में भटक रहा हूँ तब उस अफ़सर ने कहा तुम जैसे नौजवानों की जरूरत सेना में है तुम सेना में भर्ती हो जाओ। अफ़सर की बात मान वो सेना में भर्ती हो गया। उसकी ट्रेनिंग पूरी हुई और वो बॉर्डर पर चला गया। बड़ी शिद्दत से वो दिल जान लगा देश की रखवाली कर रहा था। उसे छुट्टी पर जाना था उसकी बीवी प्रेग्नेंट थी। पर तब ही उसे बॉर्डर पर हो रही फायरिंग में गोली लग जाती है। घर वाले उसके लौटने का इन्तज़ार कर रहे होते है।
पर उसका शरीर तिरंगे में लिपटा हुआ घर पहुँचता है। रोहित अमर रहे के नारों के बीच।
