सांस्कृतिक भारत
सांस्कृतिक भारत
भारत, जिसके अनेक नाम हैं जैसे की हिंदुस्तान, इंडिया, भारतवर्ष, जम्मूद्वीप, आर्यावर्त और भी अनेक। जिसके नाम में ही संस्कृति हो उसका अंत कभी नहीं हो सकता। यह हर किसके लिए कुछ न कुछ हैं। लोग चाय के दीवाने हैं यहां ।
हमारा देश संस्कृति, योग, नैसर्गिक सौंदर्य में, कबड्डी चेस जैसे खेल को खोजने में, भाईचारा निभाने में, सब में आगे हैं । पहले ही बार में मंगल यान में सफलता भी भारत ने ही हासिल किया। संस्कृति की अलावा टेक्नोलॉजी में भी पीछे नहीं रहा ।
जहां लोग पहाड़ी के मजे, सौंदर्य को अनुभव करने तरसते हैं वहां हम भारतीय उन पहाड़ियों में ही बस्ते हैं । यहां के मसाले खाने का स्वाद लाजवाब है।
हमारे भारत में भागवत गीता को लोग मान्यता देते है। हमारे देश के अलावा लोग अन्य देशों में भी इसकी मान्यता देते हैं । गीता का मतलब ही यही है की हमारे जितने शास्त्र हैं और उपनिषद उनका सारा ज्ञान इकट्ठा कर एक ही सार निकाला गया है वही सार गीता हैं जिसको पूरे विश्व में मान्यता है ।
भारत को सुनना महसूस करना समझना अपने आप में ही एक अलग खुशी देती है। जिसके लिए किताबों शब्द नहीं मिलेंगे ओहो है भारत।
