रोटी
रोटी
एक दिन बबलू घर के बाहर गली में बैठ कर खाना खा रहा था। अचानक उसके जोर-जोर से चिल्लाने की आवाज आई।
सभी घर वाले जल्दी से बाहर गए तो देखा एक बच्चा उसकी रोटी छीन कर भाग रहा था। थोड़ी दूर उसका पीछा कर लोगों ने उसे पकड़ लिया और मार-मार कर उसका बुरा हाल कर दिया।
इतने में हम सब भी वहाँ पहुँच गए और लोगों से उसे छुड़वाया। छोटे से बच्चे को सुबकियाँ लेकर रोते देख उस पर बहुत दया आई।
बहुत बदतमीज हो गए हो, एक रोटी ही तो ली थी, कोई आफत तो नहीं आई थी, बाँट कर खाना सीखो, कह-कह कर सबने बबलू पर चिल्लाना शुरू कर दिया।
उस लड़के ने हाथ जोड़ कर कहा, "अंकल जी, दो दिन से कुछ नहीं खाया है, इसलिए...।" बच्चा दुबारा से रोने लगा।
सबने उसे चुप करवाया और खाने-पीने की चीजें देकर भेज दिया।
बबलू मुँह फुलाकर घर के अंदर चला गया।
