रोबोट
रोबोट
बचाओ ....बचाओ.....
भागो....भागो.....।
चारों ओर अफरा-तफरी मची थी। लोग इधर उधर भाग रहे थे।
(हर तरफ बचाओ...बचाओ...का शोर था।)
सभी अपनी अपनी झोपड़ियों से बाहर आ गए। एक ओर सभी डरे हुए थे तो दूसरी ओर हाथो में लकड़ी और भाले लिए खड़े किसी को डराने का प्रयास कर रहे थे। कोई अपने हाथ मे लाठी लिए था तो कोई मसाल जलाए खड़ा था। किसी के हाथ मे भाला तो कोई फरसा हाथ मे लिए खड़ा था।
चारो ओर से उस पर भालों और लाठियों की मार पड़ रही थी फिर भी लोग ही डरे हुए प्रतीत हो रहे थे। किसी भी प्रहार का उस पर कोई प्रभाव नही पड़ रहा था। बिना किसी डर के निरन्तर आगे बढ़ता जा रहा था।
थोड़ी देर पहले-
मशीनों से बना हुआ, वैज्ञानिकों की एक नई खोज, इंसान जैसा दिखने वाला एक विशालकाय यंत्र अचानक से एक जंगल मे आदिवासियों की बस्ती में जा पहुँचा। वह दिखने में बहुत ही बड़ा और डरावना था। दो बड़ी बड़ी आंखे, लम्बे लम्बे पैर, बड़े बड़े हाथ- जो दिखता तो मनुष्य जैसा ही था पर असल मे थी एक मशीन। जिसे इंसान ने अपने इस्तेमाल के लिए बनाया था। यह एक ऐसी मशीन थी जो इंसान वाले सभी कार्य कर सकती थी। मनुष्य ने जिसे अपने फायदे के लिए बनाया था,परन्तु मशीन एक मशीन होती है उसमें इंसान वाली भावनाये, प्यार, अपनापन नही आ सकता। वह जीवो की किसी भी हाव भाव को नही समझ सकता। वैज्ञानिकों ने इसे 'रोबोट' नाम दिया।
अभी की स्थिति -
अचानक उसे अपनी बस्ती में देख सभी लोग डरे सहमे हुए थे। सभी अपने बच्चों को बचाने का प्रयास कर रहे थे। चारो ओर हाहाकार मचा हुआ था। किसी ने रोबोट के हाथ पर प्रहार किया और उसका हाथ अलग कर दिया। परन्तु रोबोट ने अपना हाथ उठाया और पुनः अपने शरीर से लगा लिया। सभी लोग बड़ी हैरानी से उस दृश्य को देख रहे थे। अब उनमे और अधिक भय का संचार होने लगा। सभी के हाथो से उनके अस्त्र-सस्त्र नीचे गिर गए और हाथ जोड़ खड़े थर-थर काँपने लगे।
(सभी आपस मे फुसफुसाने लगे)
कोई कह रहा था कि यह किसी दूसरी दुनिया से आया प्रतीत हो रहा है। तो कोई कह रहा था कि यह कोई मायावी शक्ति है। किसी ने उसे भूत समझ लिया। सभी के मन मे न जाने कैसे कैसे ख्याल आने लगे। सभी के मन मे अनेको सवाल उठ रहे थे कि यह कौन है, कहा से आया है, यहां क्यों आया है....?
तभी अचानक उस जंगल मे आग लग गयी। आग झुग्गी झोपड़ियों तक पहुंचने लगी। लोग एक तरफ़ लोग जहा अपनी जान बचाने में लगे थे वही दूसरी और अब उनके बच्चों की जान भी खतरे में थी।जैसे ही उन्होंने देखा उनकी झोपड़ियों में आग लगी है सभी अपने बच्चों को बचाने के लिए घर की ओर दौड़े।तभी उन्होंने देखा कि वह रोबोट भी उनके पीछे ही दौड़ रहा है।उन्हें लगा कि वह उन्हें मारने के लिए उनके पीछे भाग रहा है।अब सभी की गति और भी तीव्र हो गयी। देखते ही देखते वह उन सभी से बहुत आगे निकल गया। चूंकि वो एक मशीन थी इसलिए अधिक गति से भाग रहा था। उसने जल्दी से आगे निकलकर आग में फंसे हुए बच्चों को एक एक करके उनके घरों से बाहर निकाला। अब सभी बच्चे सुरक्षित थे। सब अपने बच्चों के पास गए।उन्हें गले से लगाने लगे।उनका माथा चूमते। सभी की आंखों में आंसू थे और खुशी से चेहरे खिल भी उठे की उनके बच्चे सुरक्षित उनके पास आ गए हैं।
अभी तक किसी को यह समझ नही आ रहा था कि वह मशीन जैसा दिखने वाला इंसान आखिर क्या है।कोई उसे भगवान का दूत कहने लगा तो कोई जादूगर, तो कोई सुपरमैन। सभी उसे शुक्रिया अदा करने लगे कि उसने उनके बच्चों की जान बचायी। जैसे ही रोबोट ने बोलना शुरू किया सभी हैरान हो गए कि एक मशीन कैसे बोल सकती है। अब सभी कानाफूसी करने लगे। एक दूसरे से सवाल करते हुए की यह क्या है आश्चर्य करने लगे।
सभी उसे भगवान समझकर उसकी जय जयकार करने लगे।
तभी वहां उसके बनाने वाले वैज्ञानिक आ पहुँचे और उन्होंने बताया कि यह कोई भगवान नही बल्कि हमारे द्वारा बनाई हुई एक मशीन है। जो दिखती तो इंसान की तरह है परंतु होती एक मशीन है। यह रचना मनुष्य के लाभ के लिए ही बनाई गई जो इंसानों वाले सभी कार्य करता है। सभी उसे आश्चर्य से देखने लगे और प्रशंसा करने लगे।
