Navya Agrawal

Others

3  

Navya Agrawal

Others

शादी या समझौता??

शादी या समझौता??

3 mins
265


कोमल, अपने माता पिता की इकलौती संतान, जो बहुत नाजो से पली बढ़ी थी। कोमल पढ़ाई में भी एक होनहार छात्रा थी। कोमल का सपना था P.hd करने का था, जिससे वह अपने नाम के आगे Dr लगा सके। कोमल अपने घर से दूर जाकर दूसरे शहर में नेट के एग्जाम की तैयारी करने में लग गई। कोमल दिन रात पढ़ाई में लगी रहती और एग्जाम भी अच्छे से दिया।

कोमल के नेट का पेपर देने के कुछ दिन बाद ही उसके पापा ने उसकी शादी तय कर दी। नेट का रिजल्ट आया, उससे पहले ही कोमल की शादी भी हो गई।

शादी के दो महीने बाद जब नेट का रिजल्ट आया तो सभी उसका रिज़ल्ट देखकर अचंभित थे। कोमल के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ पड़ी और उसकी आंखों में खुशी के आंसू आ गए। कोमल ने नेट का पेपर न सिर्फ पास किया था बल्कि पूरे भारत में वह 7वे स्थान पर थी। ससुराल और मायके दोनों जगह एकदम खुशी का माहौल था।

कोमल के ससुर चाहते थे कि अब वह जॉब करे पर कोमल का सपना आगे पढ़ाई करने का था। वह पीएचडी करना चाहती थी, जिसके लिए उसे कुछ वक्त के लिए ससुराल और पति से दूर अलग रहना था। कोमल की अच्छी रेंक की वजह से अलग अलग यूनिवर्सिटी से उसके पास एडमिशन के लिए काल आने लगे। उसे रिटेन टेस्ट देने की भी जरूरत नहीं थी। उसे सीधे इंटरव्यू के लिए बुलाया गया।

लेकिन कोमल की ये खुशियां ज्यादा देर तक नहीं टिकी और उसके ससुर ने सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। कोमल के ससुर ने उसे आगे की पढ़ाई के लिए भेजने से मना कर दिया और एक ही पल में उसके सारे सपने चूर चूर कर दिए। जैसे ही उसने सुना वह बुत बनी खड़ी रह गई। कोमल ने सपने में भी नहीं सोचा था कि उसके साथ ऐसा कुछ होगा। उसके पैरो तले जमीन खिसक गई।

जब यह बात कोमल के पापा को पता लगी, वो तुरन्त कोमल के ससुर से मिलने उनके घर गए। कोमल के पापा इस बात से बहुत क्रोधित थे और बहुत समझाने पर भी जब कोमल के ससुर नहीं माने, तो उन्होंने कोमल को अपने साथ लाने का फैसला किया। कोमल के पापा ने कहा यदि आप लोग कोमल को आगे बढ़ने से रोकते है तो मैं उसे अपने साथ ले जाऊंगा और वहीं से वह आगे की पढ़ाई करेगी।

एक पिता कैसे अपनी बेटी के सपनों को यूँ बिखरते हुए देख सकता है? जिसके लिए उसकी बेटी ने दिन रात एक कर दिए कैसे वो उसे हारते हुए देख सकते थे? कोमल के पापा का लिया हुआ ये कठोर कदम सुनने में सबको बुरा जरूर लगा। लोगों ने ताने भी दिए कि वह अपनी ही बेटी का घर उजाड़ रहे है पर एक परिवार का असली मतलब समझने की जरूरत थी। काश कोमल के पापा उसकी शादी में इतनी जल्दबाजी न करके उसे पहले अपनी मंजिल तक पहुंचने देते। उनके एक गलत फैसले ने कोमल के पूरे जीवन पर प्रश्न चिन्ह खड़ा कर दिया। कोमल को पढ़ाई छोड़ मजबूरन ससुराल ही लौटना पड़ा और उसके जीवन की सारी खुशियां, सारे सपने कांच की तरह बिखर गए।

क्यों एक लड़की को उसके सपनों की उड़ान भरने से रोका जाए? क्यों किसी के सपनों को तोड़ा जाएं? क्यों एक लड़की अपनी सारी खुशियां दाव पर लगाए? क्यों शादी को ही जिंदगी का आखिरी मकसद बनाया जाए? क्यों एक लड़की के सपनों को बार बार कुचला जाता है? क्यों शादी और उम्र के नाम पर उनके सपनों को तोड़ दिया जाता है? आखिर क्यों?????

क्या सिर्फ इसलिए कि वो किसी की बेटी या बहू है..?



Rate this content
Log in