रैली
रैली
सोमवार का दिन था। सुबह 9 बजे ऑटो रिक्शा से ऐलान करने वाला आया कि बुधवार को हमारे माननीय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जिला टीकमगढ़ में आ रहे है।राजू नाईं ने सोचा अच्छा मौका है चलो अपनी कैची में धार लगवा लेंगे और मामा (शिवराज सिंह जी) को देख लेंगे। राजू सुबह सुबह अच्छे कपड़े पहन रेडी हो गया और पेंट की जेब ने कैची रख टीकमगढ़ को निकल गया। दुपहर 12 बजे टीकमगढ़ पहुँचा तो देखा मामा आ गये।राजू को पीछे से साफ़ दिखाई नहीं दिए तो सभा में आगे आ गया। राजू के आगे आते ही पुलिस के साइलेंसर बजने लगते है। राजू अपनी मस्ती में मस्त मामा को देखते रहता है।मामा की बातें सुन हंसता रहता है।थोड़ी देर बाद राजू कुछ समझ पाता तभी सारे पुलिस वाले आ कर राजू को चाटे ही चाटे मारने लगते हैं। सब पुलिस वालों के एक ही सवाल "निकाल क्या लाया मामा को मारने के लिये निकाल बोल किसने भेजा है तुझे?" तभी मंच से मामा आते और बोलते इसको छोडो बोलने का मौका दो इतने सारे लोगों के बीच मेरा कुछ नहीं बिगाड़ पायेगा। रोते हुये राजू ने बोला "साहब हम नाई हैं, अपनी कैची में धार लगवाने आये थे। पता चला शिवराज सिंह आ रहे हैं तो देखने चले आये ये है दोनों कैची।" तभी और पुलिस वाले उसको चेक करते है कुछ नहीं मिलता तो बोलते है ये सही बोल रहा है साहब कुछ नहीं मिला इसके पास से तभी मामा बोलते छोड़ दो इसको वहाँ से रोता हुया वापस आया राजू और रास्ते में वादा करते हुए आया आज से किसी बड़े नेता की सभा में नहीं आएंगे और आयंगे तो बहुत दूर बैठेगे।
