पति है तो पहल करे
पति है तो पहल करे
हम सबको मसका मार सकते हैं,
हम सबसे मीठे कुछ बोल प्यार से बोल सकते हैं।
लेकिन हम लड़कियां एवम महिलाएं अपने पति को बेवजह मसका तो क्या प्यार से बुलाती भी नहीं।
ऐसा क्यों? क्या हमारे जीवन के साथी को हम मामूली समझते हैं।
वो जो जीवन भर अपनी सारी मांगे पूरी करते हैं वो जो हमारा सदा साथ निभाते हैं वह पति अमूल्य हैं।
सास ससुर ,माता पिता,ननद ,देवर,भाई,भाभी
हम समय आने पर सब की सेवा हो की किसी की तारीफ करना हो सब अच्छे से करते हैं।
फिर हमारे पति को क्यों पीछे छोड़ना।
मेरा सुझाव तो यह हैं कि सब से पहले पति फिर जग सारा।
पति पत्नी को मिला हुआ वर नहीं वरदान है।
विवाह में एक बार मांग भर के वह जीवन भर की सारी मांगे पूरी करते आते हैं।
अपने जीवन को सुखमय बनाए अपने और अपने जीवन साथी को सदा खुश रखने की एक पहल करे।
अपने जीवन साथी को ना समझे टेकन फॉर ग्रांटेड।