पर्यावरण से लगाव
पर्यावरण से लगाव
बच्चों फूल किस - किस ने देखे हैं सभी बच्चे एक साथ चिल्लाये हमने - हमने देखे हैं तो बच्चों बताओं फूल हमें कहाँ से मिलते हैं सभी बच्चों ने कहा फूल हमें पेड़ - पौधों से मिलते हैं सभी बच्चों बताओ पेड़ - पौधे जहाँ - कहाँ होते हैं बच्चों ने बताया कि घर के गमलों में घर के आस - पास और जंगलो में पाये जाते हैं। बेटा फूल कितने रंगों के होते हैं बच्चों ने बताया सफेद, पीले, नीले, गुलाबी और भी कई रंगो के होते हैं बेटा फूलों का हम क्या करते हैं बच्चों ने कहा कि फूल हम भगवान को चढ़ाते हैं, फूलों की मालायें बनाते हैं व फूलों से हम खेलते और फूल निरन्तर मिलते रहें इसके लिए क्या करना चाहिए। बच्चे सोच में पड़ गए उनको इस प्रश्न का उत्तर देना नहीं आया सो सब ही चुप रहे। शिक्षक ने कहा अरे इसमें चुप रहने की क्या बात है घर के गमलों में पानी कौन देता है।
सब बच्चे एक साथ बोले मम्मी - पापा बड़ा भैया या बड़ी दीदी बच्चों पेड़ - पौधों को भोजन बनाने के लिए पानी व धूप की आवश्यकता पड़ती है उनको नियमित ये दोनों चीजें मिलती रहें तो हमको भी नियमित सुन्दर - सुन्दर फूल मिलते रहेंगे सब बच्चे बोले अब से हम भी गमलों में व आसपास के पेड़ - पौधों में पानी दिया करेंगे ताकि पेड़ पौधे हमें सुन्दर - सुन्दर फूल दे सकें। इस कहानी से हमें निम्न शिक्षा मिलती है।
( 1 ) बच्चों में बचपन से ही पर्यावरण के प्रति लगाव।
( 2 ) फूलों का महत्व समझना।
( 3 ) रंगों की जानकारी होना।
