बरसाती बिजली
बरसाती बिजली
बरसाती बिजली की कहानी कौन कौन सुनना चाहता है बच्चे एक साथ बोले कि हम हम तो बच्चों बरसात के दिनों मौसम खराब होता है तूफान हो ऐसे समय में आसमान से बिजली चमका करती है ऋण आत्मक एवं धनात्मक बादलों के आपस में टकराने से जो होती है वहीं बरसाती बिजली कहलाती है जितनी तेज गति से बादलों से आप में टक्कर होगी बिजली की शक्ति व चमक भी उतनी ही तेज होगी बिजली की शक्ति का धाराप्रवाह जमीन की ओर होता है अत : सावधानी बरते हुए सुरक्षित अपने अपने घरों में रहना चाहिए। बरसाती दिल्ली से बचाव के लिए बड़ी बड़ी बिल्डिंगों व भवनों में तड़ित चालक लगे हुए रहते हैं तड़ित चालक बिजली को अपनी ओर खीचकर उसकी शक्ति जमीन में धीरे से समाहित करने का कार्य करते हैं। बच्चों एक बार की बात है कि बुद्धा अपनी बकरियों को चराने जंगल गया था मौसम खराब हुआ सो उसकी बकरियों एक बड़े से पेड़ के नीचे खड़ी हो गयी। बिजली बड़े पेड़ पर गिरी बिजली की ताकत से पेड़ भी दो भागों में फट गया और उसकी सभी बकरियों मारी गई गनीमत ये रही कि बुद्धा छोटे दूसरे पेड़ के नीचे खड़ा था सो वह बच गया। बच्चों इस घटना से हमें पता चलता है कि बिजली बड़े बड़े पेड़ों पर ही गिरती है अत : यदि हम ऐसे मौसम में फँस जाएं तो हमें छोटे पेड़ या झाड़ी या टपरा - टपरी या घरों में छिपकर ही अपनी जान बचाना चाहिए।
शिक्षायें ( 1 ) बरसाती बिजली की जानकारी।
( 2 ) बिजली से बचत के उपाय।