परंपरा
परंपरा
मम्मी, दादी की बात बिल्कुल भी मुझे समझ नहीं आ रही है महक ने सोचने की मुद्रा में बोला।
अब ज्यादा मत सोचो और मुझे बताओ कि आखिर किस बात पर इतनी ज्यादा हैरान हो ? माँ ने महक से पूछा।
दादी तो बड़ी दादी को जरा भी पसंद नहीं करती फिर उन्हें चाचा की शादी में शामिल कर इतना मान सम्मान क्यों दिया ? महक ने हैरानी से पूछा।
देखो बेटा मतभेद, नाराजगी अपनी जगह है और लोक व्यवहार अपनी जगह है, हम छोटी - 2बातों पर लोक -व्यवहार नहीं छोड़ सकते हैं। खुशी के मौके पर नेग भी दिए जाते है फिर शादी जैसे बड़े मौके पर तो नेग देकर हम उसे यादगार बनाते है।यही हमारी परंपरा है और
विवाह में आमंत्रित रिश्तेदारों को नेग देने का रिवाज़ भी बहुत पुराना है बेटा। और अब तुम और किसी से इस बात का ज़िक्र मत करना समझी ...महक, माँ ने चेतावनी देते हुए बोला।
समझ गई मम्मी आपके लोक व्यवहार, महक ने हँसते हुए कहा।