प्रेम विवाह
प्रेम विवाह
फोन पर छोटी भाभी से भतीजी के तलाक की बात सुनकर सरोज की आँखों में आँसू आ गए। उसे याद आ गया वो दिन जब भाई ने फोनकर बताया था,कि बेटी ने शादी के लिए लड़का पसंद कर लिया है,दोनों एक ही ऑफिस में काम करते हैं और एक दूसरे को अच्छे से समझते हैं। बहुत खुश था भाई उस दिन।
भतीजी की शादी खूब धूमधाम से हुई।दोनों परिवार के लोग बहुत खुश थे,किसी को कोई आपत्ति नहीं थी। सब बच्चों को यही आशीर्वाद दे रहे थे,कि वो सदा खुश रहें।
"बच्चे साथ काम करते थे,एक दूसरे को समझते थे और पसंद भी करते थे, तो फिर ऐसा क्या हुआ ? जो अपनी शादी को दो वर्ष भी नहीं निभा पाए।" सरोज ने दुखी होकर पति से पूछा
रमेश बोला-"देखो सरोज,आजकल के बच्चे जिसे प्रेम कहते हैं वह महज एक आकर्षण होता है जो समय के साथ धीरे धीरे कम हो जाता है।शायद, यही प्रेम विवाह के असफल होने का एक बहुत बड़ा कारण होता है।" सरोज को अपने सवाल का जवाब मिल गया था। आँसू पोंछकर, वह घर के काम में जुट गई।