पापा की फोटो

पापा की फोटो

2 mins
1.1K


घर की दीवार पर लगी हार चढ़ी तस्वीरें देख ५ साल के मासूम बेटे अनय ने अनुभा से पूछा -"मम्मी ये सब फोटो क्यों लगायी हैं"? अनुभा ने प्यार से समझाया-"ये लोग हमारी फॅमिली के बड़े लोग हैं ,और अब भगवान के घर चले गये हैं। इसलिए इनकी फोटो दीवार पर लगायी है, हम उन्हें त्यौहारों पर हार चढ़ा कर याद करते हैं।"

 माँ की बात सुन अनय सोच में पड़ गया। फिर कुछ सोच कर बोला-" मम्मी नाना जी की तस्वीर तो है ही नहीं। वो भी तो भगवान के घर चले गए हैं।"

सवाल बहुत ही सरल सा था और जवाब उतना ही मुश्किल।

अब वो अनय को कैसे समझाए की ये घर तो उसके पति का है, यहाँ वो अपने पापा की तस्वीर कैसे लगा सकती है ? मन दुखी हो गया।

अपने आप में उलझी अनुभा सोच मे पड़ गयी .. सुबह उठने से लेकर रात को सोने तक ऐसे न जाने कितने क्षण आते हैं जब वो पापा को याद करती है। सुबह चाय बनाते वक़्त याद आता है कैसे पापा के हाथ की चाय उसकी फेवरिट होती थी।

पापा हमेशा ब्रेड पर बटर लगा कर खिलाते। रेडियो में बजते पुराने गानों में बस पापा की यादें होतीं। उन्ही के कारण तो उसे म्यूजिक से इतना लगाव हुआ। खाना बनाती तो याद आता कैसे उसकी बनाई हर डिश की हद्द से ज्यादा तारीफ करते। हमेशा प्रोत्साहित करते। बेटे की स्कूल एक्टिविटी हो या घर में लगी उसकी बनायी अलग अलग पेंटिंग्स; जब भी नज़र पड़ती पापा के खूबसूरत शब्द याद आजाते ..मेरी बेटी तो लाजवाब है। न्यूज़ पेपर पढ़ने से लेकर तो अपनी पसंद की किताबों तक, हर जगह पापा साथ होते। उसे पढ़ने का शौक पापा ने ही लगाया था। हमेशा कहते पढ़ने से हमारी सोच समृद्ध होती है। उसकी कमियों - गलतियों पर भी उसे प्यार से समझाने वाले ; उससे कभी नाराज़ ना होने वाले पापा!!

उनकी सीख हर पल- हर क्षण अनुभा के साथ होती। अपनी हर उलझन में, हर ख़ुशी में ,हर दुःख में वो पापा को अपने साथ महसूस करती। मन ही मन ये सोचकर मुस्कुरा दी जिस व्यक्ति का प्रभाव उसके पूरे जीवन पर, उसके अस्तित्व पर है, जिनकी सोच उसके जीवन का आधार बनी है, क्या उनकी फोटो दीवार पर होना ज़रूरी है ?


Rate this content
Log in

Similar hindi story from Drama