निकाह
निकाह
क्या बातें हो रही है अम्मीजान ? आप लोग किस बारे में बातें कर रहे हों ? एक आम लड़की की आवाज सब के कानो पे पड़ती है।
आओ आओ बेटा तुम्हारी हि बाते हो रही है,
अम्मी ने उसका हाथ पकड़कर अपने पास बिठाया और उसके आंखो में खुशी से देख कर पूछा,तुम शादी के लिए तयार हो सना ?
सना शरमाते हुए वहा से भाग जाती है और अपने तस्सावुरात में अपने सपनो के राजकुमार के साथ गुम हो जाती है. हर उस आम लड़की की तरह जो अपने सपनो के राजकुमार के ख्वाब देखती है।
अम्मी सना के पास आती है और उसे एक खूबसूरत नौजवान की तस्वीर दिखाते हुए कहती है लड़का नेक सीरत और बोहोत अच्छे मिजाजवाला है,जैसे तुम सोचती हो बिलकुल वैसा ही है,इसके घरवाले भी खानदानी लोग है, दीनदार और समझदार मालूम होते है। सना तस्वीर को देख शरमाते हुए अपने अम्मी से कहती है आप की रजा में मेरी रजा है।मां बाप के फैसले तो अच्छे ही होते है और उसमे खुदा की मर्जी शामिल होती है।
अगले जुमेरात को हमने उन्हें खाने पे बुलाया है,अम्मी ने कहा।
ये सुन कर सना की दिल की धड़कन तेजी से बढने लगी और अपने इस एहसास को वो समझ नही पा रही थी।
जुमेरात की सुबह से सना के घरवाले मेहमान के आने की खुशी में सारी तैयारियो में लग गए। ढर सारी मिठाइयां,अलग अलग तरह के पकवान बनाए गए।इंतज़ार था तो बस मेहमान के आने का। घर में चलेह पहेल और खुशी की लहर मची थी,हर एक के चेहरे पे ऐसी खुशी महक रही थी जैसे मालूम हो रहा था सारी दुनिया की खुशियां लाकर अल्लाह ने सना के घर में कैद कर दी हो।
लड़के वाले आ गए नीचे से पुकार आई और सब अपने अपने काम को समेट ने लगे। सना हड़बड़ाते हुए अपनी चूड़ियां पहेनने लगी और अपने आंखो में काजल सजाने लगी और जल्दी से उसने अपना दुप्पट सही कर लिया।
सना पहेली बार किसी लड़के से मिलनेवाली थी उसके हाथ पाव ठंडे पड गए थे,लेकिन जैसे तैसे अपने आप को संभालते हुए वो उस खूबसूरत,अपने सपनों के राजकुमार के समाने आ कर बैठ गईं। दोनों ने एक दूसरे को देखा और एक पल के लिए सारे कमरे में खामोशी छा गई।
सना को पहली नजर में इस नौजवान से प्यार हो गया और वो अपने सपनों की दुनिया में खो गई। दोनों एक दूसरे को पसंद आ गए और शादी की बात आगे बड़ गई।

