कुछ नहीं गुज़रता, कुछ नहीं बीतता, कुछ लम्हे वक़्त की ही गिरफ़्त में क़ैद रहके आज़ादी की कुछ नहीं गुज़रता, कुछ नहीं बीतता, कुछ लम्हे वक़्त की ही गिरफ़्त में क़ैद रहके आज़...
दोनों एक दूसरे को पसंद आ गए और शादी की बात आगे बड़ गई। दोनों एक दूसरे को पसंद आ गए और शादी की बात आगे बड़ गई।
एक इन्तज़ार हजारो प्रकाशवर्ष लम्बी... एक इन्तज़ार हजारो प्रकाशवर्ष लम्बी...
आज यहाँ हर कोई अर्स्वथामा है, आज यहाँ हर कोई अर्स्वथामा है” आज यहाँ हर कोई अर्स्वथामा है, आज यहाँ हर कोई अर्स्वथामा है”
रात ज्यादा हो गई थी दोनों अपने बिस्तर में जा चुके थे रात ज्यादा हो गई थी दोनों अपने बिस्तर में जा चुके थे
ओए, तुम न कोई मिस लखनऊ नहीं हो, वो तो तुम्हारा चेहरा थोड़ा-थोड़ा जेसिका अल्बा जैसा है ! ओए, तुम न कोई मिस लखनऊ नहीं हो, वो तो तुम्हारा चेहरा थोड़ा-थोड़ा जेसिका अल्बा जैसा...