Ek park mera dost ban gaya... Ek park mera dost ban gaya...
एक नादान परिंदा था वो एक नादान परिंदा था वो
पहले वाला व्यक्ति फिर बोला "चुप करो! इसके पुरखों का बदला आज इससे ले लो फिर हमारे वंशज आज की गई हमारी... पहले वाला व्यक्ति फिर बोला "चुप करो! इसके पुरखों का बदला आज इससे ले लो फिर हमारे...
उनके पास एक आदमी मुह पर रुमाल बाँध कर आँखे बंद कर बैठा था। जब से मैं बस में चढ़ी थी। वो तब से ऐसे ही ... उनके पास एक आदमी मुह पर रुमाल बाँध कर आँखे बंद कर बैठा था। जब से मैं बस में चढ़ी ...
आज यहाँ हर कोई अर्स्वथामा है, आज यहाँ हर कोई अर्स्वथामा है” आज यहाँ हर कोई अर्स्वथामा है, आज यहाँ हर कोई अर्स्वथामा है”