मिट्टी।
मिट्टी।
वो मिट्टी में खेल रहा था कि तभी कोई उसके पास आया। एक साफ सुथरा बच्चा उसे किसी अजूबे की तरह देख रहा था। उसके भाव ऐसे थे जैसे वह एक इंसान नही बल्कि दूसरे ग्रह से आया कोई प्राणी हो।
वह खेलते-खेलते रुक गया। उसे समझ नही आ रहा था कि उसे इस तरह क्यो देखा जा रहा था। क्या उसने कोई गलती कर दी या ये लोग उसे अपने साथ ले जाने के लिए आये थे जैसे कि उसकी सिस्टर बताया था। वह यह सोच कर खुश हो गया कि अब उसे भी मिट्टी में खेलने के लिए डांट पड़ेगी। वह भी अपने परिवार के साथ खुशी खुशी रहेगा।
उसकी खुशी उस वक्त मिट्टी में घुल गई जब वह साफ सुथरा बच्चा उससे दूर जा रहा था। वह उसके साथ खेलना नही चाहता था क्योंकि वह मिट्टी में खेल रहा था।