मीठी वाणी
मीठी वाणी
मीठी वाणी अर्थात अच्छे बोल ।जो मीठी वाणी का उपयोग करते हैं, उन्हें मृदभाषी कहते है। प्रिय वाणी बोलने से आप सबके प्रिय बन सकते हैं।
लेकिन, अगर आप कठोर शब्दों का इस्तेमाल करते हैं तो वही प्रिय लोग आपके शत्रु बन सकते हैं। अपने मित्रों, शिक्षकों तथा बड़ों का सम्मान करना आज मीठी वाणी की वजह से ही संभव है। महाभारत का युद्ध भी दुर्योधन के कटु शब्दों की वजह से हुआ था। वाणी आपके व्यक्तित्व की पहचान होती है।
महाकवि श्री कबीर दास जी का एक प्रसिद्ध दोहा है:
"ऐसी वाणी बोलिए, मन का आपा खोय। औरन को शीतल करे, आपहु शीतल होय।"
