मौसम में परिवर्तन
मौसम में परिवर्तन
पिछले कई वर्षों से हम सब मौसम में असामान्य परिवर्तन का अनुभव कर रहे हैं। क्या आपको पता है कि, इस परिवर्तन के लिए जिम्मेदार कौन है ?हम मनुष्य ! हम मनुष्य, केवल अपने स्वार्थ हेतु प्रकृति का नाश करते गए ।शुद्ध प्राणवायु देने वाले पेड़ पौधों को इतना काटे गए कि आज हम इनका महत्व ही भूल बैठे है !जब भी मैं खिड़की से बाहर देखती हूं तो, चारों ओर से प्रदूषण ने हमारे पर्यावरण को जकड़ा होता है ।
ग्लोबल वॉर्मिंग ने हमारी धरती पर आतंक मचा रखा है ।इंसान जीव हत्या जैसे घृणित पाप कर रहे हैं। जैसे जैसे इंसानों का लालच बढ़ता जाता है, सारी हरियाली तथा प्रकृति घटती जाती है ।प्रकृति का संतुलन बिगड़ता है ।इन कार्यों के लिए ज़िम्मेदार कौन? हम मनुष्य! लेकिन, अभी भी हमारे पास कुछ समय है ।अगर हम कुछ सरल उपाय करेंगें तो ,मुझे पूर्ण विश्वास है कि, हम अभी भी अपनी प्रकृति की रक्षा कर पाएंगे जैसे:
1. पेड़ों की ज़रूरत से ज़यादा कटाई ना हो अपितु ,और पेड़ लगाए जाए।
2. पशु पक्षियों की हानि ना हो ।
3. अपना कक्ष छोड़ते समय सारी लाइट्स तथा सारे पंखे बंद करके जाएं।
4. कागज का दोनों तरफ से इस्तेमाल हो ।
5. सौर ऊर्जा का प्रयोग करें।
6. सीएनजी से वाहन चलाएं ।
7. ट्यूबलाइट का अधिक प्रयोग ना करें आदि ।
भविष्य काल में एक बेहतर धरती का निर्माण करने के लिए ,हम सबको मिलकर यह कदम उठाने होंगे।
