महाराणा प्रताप ही शेर थे
महाराणा प्रताप ही शेर थे


आठ फुट के महाराणा ने
क्या जज्बा दिखाया था
80 किलो का भाला लेकर
कितनो को सबक सिखाया था!!
अमर हो गयी हल्दीघाटी
जो ऐसा महान इंसान मिला
महाराणा की हिम्मत से ही
अपना राजस्थान हिला!!
उदयसिंह जयवंता जी की
ये संतान महान बनी
प्रताप जैसा पुत्र जो पाया
मेवाड़ की वो शान बनी!!
अकबर को जिसने रुलाया
ऐसे महान थे महाराणा
हल्दीघाटी में धूल चटाई
घास की रोटी राणा ने खायी!!
नारी की इज्जत थी उनको
लाज उन्होंने बचाई थी
अब्दुर्रहीम खानखाना की
बहु बेटिया ससम्मान लौटाई थी!!
झुके नहीं अकबर के आगे
ये सौगंध भी खायी थी
सोये रेत पर प्रेम दिखाके
घास की रोटी बनाई थी!!
स्वाभिमान उन्होने दिखाया
खुद को ज़िंदा न पकड़ाया
गिरा दी सरकार अकबर की
हल्दीघाटी में खूब दौड़ाया!!
चेतक नाम का घोडा उनका
रामदास सा हाथी था
भामाशाह सा वीर दोस्त था
स्वाभिमान ही साथी था!!
नहीं पढ़ाया इतिहास हमें
महाराणा नहीं बताया महान हमें!!
हेमंत की कविता को पढ़कर
याद करेगा हिंदुस्तान उन्हें!!