दोस्ती का ब्रेकअप
दोस्ती का ब्रेकअप
प्रेम से लदे हुए तुम,
दोस्ती की सैर करवाते है!!
आओ हमारे पास में,
चुन्नू-मुन्नू से मिलवाते है!!
बहुत गहरी थी इनकी यारी,
शहर में भी सबसे प्यारी,
स्कूल-साथ में जाते थे,
न किसी से घबराते थे!!
कॉलेज भी साथ में पहुंचे,
हाथ में ले हाथ पहुंचे,
कुछ रिश्ता ऐसा बनाया था
पैसे तो नहीं,
पर नाम बहुत कमाया था!!
चल रही थी इनकी यारी,
फिर आयी नौकरी की बारी,
दोनों कोचिंग के संसार गए,
मेहनत तो की दोनों ने,
पर पहली बाजी हार गए!!
हाथ में हाथ था उनके,
अपनों का साथ था उनके,
कोशिश की फिर दोनों ने,
अब उनके बीच का प्यार गया,
चुन्नू तो बन गया सरकारी,
मुन्नू दूजी बाजी हार गया!!
चुन्नू को नौकरी,
किस्मत का परिणाम लगा!
मुन्नू की सोच बदल गयी,
उसे चुन्नू गद्दार लगा!!
चुन्नू ने ही मेरा,
सारा वक़्त ये खाया है,
खुद तो करता था तैयारी,
मुझको बुद्धु बनाया है!!
नौकरी के चक्कर में,
यारी अब खत्म हो गयी,
चुन्नू की सफलता से,
मुन्नू को जलन हो गयी!!
यारी का मान तो,
हर कोई रखना चाहता है,
पर अपने दोस्त से ज्यादा,
हर इंसान बढ़ना चाहता है!!
चुन्नू की अब आँख जग गयी,
मुन्नू को मीठा भिजवाया,
मुन्नू ने गुस्से में,
मीठा भी था ठुकराया!!
चुन्नू ने मुन्नू के लिए,
खास मीठा बनवाया था,
मुन्नू तो नाराज़ है उससे,
अब समझ आया था!!
दोस्ती के रिश्ते का,
ऐसा कैसे नाश हुआ,
मुन्नू को ग़लतफ़हमी हुई,
चुन्नू को ये अहसास हुआ!!
चुन्नू ने फिर कोशिश की,
घर मुन्नू के जा रहा था,
बैठा-बैठा मुन्नू के पास में,
उसको वो मना रहा था!!
मुन्नू की दुःख कहानी भी,
चुन्नू के अब समझ थी आयी,
अपनी जान पहचान से,
मुन्नू की नौकरी लगवाई!!
चुन्नू भी दोस्ती निभाने में,
अव्वल अंको से पास हुआ,
मुन्नू के भी आंसू आये,
उसे गलती का अहसास हुआ!!
चुन्नू मुन्नू भी अपनी कहानी,
"हेमंत" के जरिये बता रहे है,
तवज्जोह दे रहे अपनों को,
सच्ची दोस्ती निभा रहे है!!
दोस्ती का हर किसी को,
सच्चा अहसास नहीं होता,
दोस्त तब काम आता है,
जब अपना कोई पास नहीं होता!
दोस्ती के प्यारे रिश्ते में,
अपना कोई "मतलब" नहीं होता,
दोस्ती में ब्रेक हो सकता है मेरे दोस्त,
ब्रेकअप नहीं होता!!