"मेरी प्रथम विदेश यात्रा"
"मेरी प्रथम विदेश यात्रा"
मुझे प्रथम विदेश व्यापार यात्रा नैरोबी केन्या अफ्रिका जाने का दिनांक: 25 दिसम्बर 2015 जाने 31दिसमबर 2015को वापिस स्वदेश लौटने का मौका मिला था।
मैं प्रथम बिजनेस यात्रा जाने पर बहुुुत उत्साहित ख़़ुश था,लेकिन मन में तरह-तरह के डर भी थे,हवाई यात्रा कैसे पुरी होंगी विदेशी लोगों से कैसे सौदा तय होंगा,मेरे साथ कैसा व्यवहार करेेेंगे इत्यादि इत्यादि।
परन्तु मेरी क़िस्मत काफी अच्छी रही थीं,क्योंकि यह व्यवसायी टुुर भारत देश से घर बैठे आनलााइन सारी जानकारी कर लेेेेेेेने कि वज़ह से मेरे लिए काफी सुुविधाजनक रहा था।
क्योंकि मुझे नैरोबी केन्या अफ्रिका जवाई अड्डे पर दो व्यवसाई खुद कि व्यक्तिगत कार से लेनेआये थें।
एक के साथ पहले से बुक होटल में ठहरने के लिए उनकी व्यक्तिगत कार से चले गए,जबकि दुसरे को सुबह एक फाइव स्टार होटल में व्यवसायी मिटिंग तय थीं।
वहीं पर चर्चा परिचर्चा हेतु बुला लिया गया,दूसरे दिन सुबह होटल में काफी व्यवसायी लोगों ने शिरकत कि थी,मेरी प्रथम विदेश व्यापार बिजनेसमैन सेमिनार आयोजित करने पर काफी व्यवसायी लोग उसमें भाग लेने हेतु उमड़े थें।
इसलिए मुझे मेरी कार्ययोजना सिद्धि हेतु सुविधाएं हुईं ,मुझे पर्याप्त मात्रा में भारतीय वस्तुुुओं मसालों डांयमंड्स गोल्ड ज्वेलरी कपड़े बेडसिट इत्यादि के निर्यात केआर्डर मिल गये थें।
मैंने मेरे समस्त आइटम्स के सेम्पल के साथआइटम्स कि फिक्स किमत सुची सेमिनार में विस्तृत जानकारी साझा कि थीं।
इसीलिए मुझे आर्डर प्राप्त करने में बहुत मदद मिलीं सभी कार्य समय-सीमा में सफलता पुर्वक सम्पन्न हो जाने से मैं बहुत खुश उत्साहित था।
मुझे खुद को इतना भरोसा नहीं था,कि मेेेेेरी प्रथम बिजनेस यात्रा नैरोबी केन्याअफ्रिका में इतनीआसानी से मुुझे कामयाबी हासिल होंगी।
मैं ईश्वर का शुक्रिया अदा करता हूं कि मुझे इतनी जल्दी विदेशी व्यवसायी के कार्य में कामयाबी दीं।
हमें यदि कभी विदेश व्यापार यात्रा में भाग लेने किआवश्यकता होती हैं,तो सबसे पहले भारत देश से बैठे बैठाये हीआनलाइन विदेश व्यापार कि विस्तृत जानकारी करनी चाहिए।
जैसे हमें किन किन वस्तुओं का निर्यात करना है,उसकी किस देश में सबसे ज्यादा मांग हैं,उस देश में किसी फाइव स्टार होटल में व्यवसायी मिटिंग सेमिनार की बुकिंग तय कर लेेेनी चाहिए।
यहां से दिनांक समय सब कुछ कार्यक्रम तय किया जा सकता है,क्योंकि हमें विदेश व्यापार में कार्ययोजना तैयार करने किआवश्यकता होती हैं।
ताकि सभी कार्य समय-सीमा में पूर्ण किये जा सकते हैं,और इससे हमें समय और पैसे कि बचत होंगी,आज़ कल सभी तरह कि जानकारी जैसे सभी चीजों के बाज़ार व्यवसायी लोगों के नाम पता सम्पर्क सूत्र इत्यादिआनलाइन उपलब्ध होते है।
आपको सभी बातें स्वयं समझ लेना चाहिए,किसी को भी विदेश व्यापार करना है,तो सभी बातों पर अमल अवश्य करें।
यदि विदेश में किसी प्रकार कि परेेशानी हो तो हमारे देश के भारतीय उच्चायुक्त कार्यालय से सम्पर्क करना चाहिए,भारतीय उच्चायुक्त सहायता केंद्र से सहायता सहयोगअवश्य लिया जाएं।
विदेश में सबसे ज्यादा परेशानी मुद्रा चैंजिंग में आती हैं हमारे देश के एटीएम कार्ड वहां पर चलते हैं।
परन्तु यदि हमने वहां पर किसी कार्य के लिए पैसों का भुगतान स्विप मशीन से कर दियाऔर स्विप मशीन ने जंप कर दिया तो पैसे हमारे बैंक खाते में दो दिन बाद वापिस आयेंगे तब तक भुगतान प्राप्त करने वाला हम विदेशी व्यक्ति पर भरोसा नहीं करेंगा।
मुझे भी स्वदेश भारत लौटने के एक दिन पहले होटल के किराए के बिल भुगतान करने पर एटीएम स्विप मशीन के जंप मारने कि समस्या का सामना करना पड़ा था मैंने भारत देश लौटने से एक दिन पहले एटीएम स्विप मशीन से किराए के बिल भुगतान करने कि कोशिश कि लेकिन एटीएम स्विप मशीन जंप मारने से भुगतान कन्फर्म नहीं हुआ जबकि मेरी अगले ही सुबह जल्दी 8बजे नैरोबी से मुम्बई कि फ्लाइट थीं।
इसलिए मेरे पास मेरे खाते में पुनःपैसे जमा हो गए हैं कि नहीं यह कन्फर्म करने का पर्याप्त समय नहीं था यह मेरे लिए पैसे मेरे पास कम ज्यादा कि समस्या नहीं थी मेरे खाते में पैसे तोऔर बहुत थें खाते में पर्याप्त मात्रा में रकम थीं लेकिन कही होटल किराया का डबल भुगतान नहीं हो जाय यदि होटल किराया डबल भुगतान हो गया तो होटल से पैसे वापस कैसे प्राप्त करेंगे।
क्योंकि मैं तो भारत लौट रहा था इस समस्या का समाधान मैंने मेरे व्यवसायी मित्र कि मदद लेकर किया।
उसने मेरे होटल किराया के पैसे देने कि गारंटी दी कि यदि दो दिन बाद मेरे बैंक खाते में पैसे वापस आ जायेंगे।
तो मैं भारत देश से ही होटल को आनलाइन भुगतान कर दुंगा फिर मैं मुम्बई आने पर मेरे बैंक खाते में पैसे वापस जमा होने पर होटल किराया का बिल होटल के खाते में आनलाइन भुगतान किया था।
मेरे भारत देश लौटने के समय नैरोबी केन्या हवाई अड्डे पर मुझे दो भारतीय भाई बहन मिलें थें।
उन्होंने बताया कि हम भी मुम्बई इंडिया चलेंगे परन्तु हवाईअड्डे पर सामान चैकिंग में उन्होंने अपना सामान एवं एक मोबाइल फोन भी स्वचालित एक्सरे मशीन पर रख दियाऔर खुद के सामान कि देखरेख करने कि आवश्यकता होती हैं।
परन्तु वह लड़का खुद के सामान का ध्यान रखना चुक गया।और उसका मोबाइल फोन मेरी व्यवसायी मित्र जो मुझे हवाई अड्डे तक छोड़ने आई थी उसने मेरा मोबाइल फोन समझ करअपने हाथ में ले लियाऔर हम दोनों हवाई अड्डे पर काफ़ी सोप पर बैठ कर काफी पीकर व्यवसायी चर्चा करने में लग गए।
क्योंकि कुछ समय बाद में मेरी फ्लाइट थीं फिर वह मोबाइल फोन मेरा हैं मुझे देना चाहिए था लेकिन वह भूल कर मोबाइल फोन अपने साथ लेकर वापिस नैरोबी शहर को लौट गई बाद में मुझे भारतीय लड़के ने बताया कि क्याआपने मेरा मोबाइल फोन लिया है तो मुझे याद आया कि एक मोबाइल फोन मेरी व्यवसायी मित्र के हाथ में था वह उसका नहीं था।
शायद उसने मेरा मोबाइल फोन समझ कर लें लिया होगा तब मैंने मेरे व्यवसायी मित्र के मोबाइल फोन पर बात की तो पता चला कि उसने मेरा मोबाइल फोन समझ कर लिया था।एवं मुझे वापिस देना भुल गईं थीं।
तब मैंने उसे लड़के के नैरोबी में रिश्तेदार के घर का पता बतायाऔर मोबाइल फोन उन्हें वापिस लौटाने को कहा तब उन्होंने मेरे बताए गए पते पर मोबाइल फोन पहुंचा दिया।
और लड़कें कि समस्या तो खत्म हुई इसलिए हम नये विदेश यात्रियों को हमारे सामान कि विदेश मेंअच्छे से निगरानी खुद को रखने किआवश्यकता होती हैं।
महंगा मोबाइल फोन वापिस दिलाने के लिए लड़के के माता-पिता ने मुझे मुम्बई से मोबाइल फोन से बात कर धन्यवाद दिया।
फिर मैंने मेरी प्रथम विदेश यात्रा को सफल बनाने के लिए ईश्वर का शुक्रियाअदा किया।
मेरी निजी सच्ची कहानी से किसी नये विदेश यात्री को सिख मिलती हैं तो मैं खुद को धन्य समझूंगा।
