मेरी पहचान हो तुम -2
मेरी पहचान हो तुम -2
अगली सुबह
श्रुति अभी भी अर्श की बांहों में लिपट के सो रहीं होती है। मगर अर्श उससे पहले उठ जाता है। और बहुत ही आराम से खुद को उससे अलग करता है जिससे कहीं वो उठ ना जाए। फिर उसके गालों पर kiss करके उसे blanket ओढ़ा देता है। और washroom चला जाता है ।
लगभग 1 घण्टे बाद अर्श बाथरूम से निकल के आता है ।उसने बस एक towel पहना हुआ था। उसके गिले बालों से पानी टपक के उसकी mascular बॉडी पर आ रहे थे। जिससे वो बहुत ही hot दिख रहा था।
अर्श ऑफिस जाने के लिए अपने कपड़े निकालने लगता है तभी श्रुति पीछे से आ के उससे लिपट जाती है
"Good morning अर्श। "
"उठ गया मेरा बच्चा। very good morning baby।"
अर्श उसकी तरफ घूमता है और उसे बांहों में उठा लेता है।
श्रुति अब बच्चों की तरह उसकी गोद में है। अर्श उसे लाकर बेड पर वापस लिटा देता है। और उसके गालों पर kiss करके कहता है ।
"चलो उठो। और जल्दी से तैयार हो जाओ। मुझे ऑफिस जाना है।"
श्रुति जैसे ही ऑफिस जाने का नाम सुनाती है वो उठ के बैठ जाती है और कहती है ,
"मगर, अर्श आपने तो मुझसे कहा था कि आज हम घूमने जायेंगे। फिर आइसक्रीम खाएंगे। फिर शॉपिंग करेंगे। और शाम का डिनर भी हम बाहर ही करेगे।"
"हाँ baby, मगर पहले हम ऑफिस जायेंगे ।"
" अर्श, आपने मुझे promise किया था कि आज कोई ऑफिस नहीं, फिर भी ।"
और श्रुति अर्श से गुस्सा हो जाती है।
कहानी जारी है.......

