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सुनील पवार

Fantasy Others

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सुनील पवार

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मेरा एक सवाल............?

मेरा एक सवाल............?

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उस दिन सुधा मेरे घर आई और कहने लगी क्या सुरेश आप मुझे पहचाने मैं तुम्हारी दोस्त सुधा हूँ हम तो कॉलेज तक साथ साथ पढ़े याद आया कुछ, हाँ सुधा आया तो क्या तुम्हारी शादी हो गयी क्या तुमने शादी कर ली, सुधा मैंने पूछा तुमको पहले, अरे नहीं मैंने पूछा सुधा तुम्हें चलो जाने दो मैं ही बता देता हूं पहले नहीं हुई, क्या आश्चर्य से......हाँ वाकई, और तुम्हारी हाँ मेरी भी नहीं बस अभी दो लड़कों के रिश्ते आये है वो छोड़ो जाने दो ये तो बताओ कि तू अपनी लाइफ में कहाँ तक आगे बढ़े हो क्या कर रहे हो आज कल कोई काम धंधा करते हो कि बस पहले के दिनों में आवारा गर्दी ही शुरू है तुम्हारी .......अरे नही सुधा मैं भी आज कल एक कंपनी का सी ई ओ हूँ कौन से कंपनी में मोटो कंपनी इसका नाम सुना है या नहीं, हाँ सुनना तो है पर क्या बनाती है ये कंपनी......ये एक लिफ्ट की कंपनी है जो लोगों को नीचे से ऊपर की ओर ले जाने का काम करती है......उतने में सुधा बोल पड़ी और बेंड हो गई रास्ते में तो नीचे तो नहीं लाती न और जान पर न लोगों के बन आये तो नसीब पर सुधा हम बचपन में बच्चे थे तो कितना अच्छा होता हम बड़े ही नहीं होते ना खाने कि चिन्ता और न कमाने जाने की बस घर बैठे खाओ खेलो और मजे करो, और तुम्हें याद है सुधा बचपन में हम अंताक्षरी का खेल खेलते थे और मैं ऍकर और तुम सब पार्टिसिपेट बनकर गाते थे और जो जीत जाता उसे हम सब मिलकर कुछ ट्रीट देते थे और तुम्हें वो याद है राजा रानी की कहानियां जो हम बचपन में मां हमें सुनाती थी कितने सुहाने दिन थे सुधा मन करता है आज फिर वही समय जीने को मिले तो कितना मजा आएगा, अरे मैं तो तुम्हें तुम्हारे बारे में पूछना ही भूल गया जब से मैं ही बक बक किये जा रहा हूँ तू कुछ बोल ही नहीं रही हो सुधा बोली अरे तुम बोल रहे थे और मैं उन दिनों को महसूस(फील) कर रही थी तो मैं तुम्हें कैसे रोक सकती थी और वो सब सुनना मुझे भी अच्छा लग रहा था अरे तूमने बताया नहीं सुधा की तुम क्या कर रही हो? मैं एक जज हूँ कोर्ट में पर फिर भी मैं अपने प्रोफेशन से खुश हो या दुखी ये कह नहीं पा रही हूँ और किस का कैसे न्याय करूँ मैं दुविधा में पड़ जाती हूँ की मैं जो मुझे दिख रहा है उसे आधार पर न्याय करूँ की सबूतों के आधार पर........सुरेश अगर तुम कहोगे की सबूतों के क्योंकि ये कानून के आधार पर होगा और सही होगा, पर मेरा जो मैंने देखा और मुझे पता है कि ये गलत है तो मैं उसको गलत कैसे बोल सकती हूं ऐसे स्थिति में मुझे क्या करना चाहिए ये तुम बता सकते हो क्या.............


 दोस्तों आप से एक सवाल ?

सुधा को ऐसे परिस्थिति में किसका साथ देना चाहिए?

१.कानून का

२.या उसने देखा वो

आप लोग कॉमेंट करके जरूर बताइये......

मिलते है इसके अगले भाग में.............


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