मैं कहाँ गलत थी
मैं कहाँ गलत थी
मम्मी "आप एकदम गंवार हो, तभी तो पापा आप को छोड़कर हर लिहाज़ से परफेक्ट रोशनी के पास चले गए "|
अपनी बेटी के मुँह से यह बात सुन कुछ देर के लिए तो मोना सन्न रह गयी पर फिर उसने जिया के मुँह पर एक ज़ोरदार थप्पड़ मारा और कहा "हाँ मैं हूँ गंवार और मुझे गंवार बनाने वाले तू और तेरे पापा हैं। मैं तेरी खुशियों के लिए उस धोखेबाज़ आदमी के साथ रहती रही, जो सारा पैसा उस परफेक्ट रोशनी पर उड़ाता रहा और मुझे मुश्किल से घर खर्च के पैसे देता था पर तू चाहती थी तेरे भी पापा हों जैसे सबके होते हैं इसलिए मैं हमेशा चुप रही।
तेरी पढ़ाई के लिए, तेरी ज़रूरते, तेरी इच्छायें पूरी करने के लिए दिन रात घर में लोगों के कपडे सिलती रही। घर से ही काम इसलिए किया क्यूंकि तुझे भी तो पालना था किसके ऊपर छोड़ती तुझे और आज तुझे एक मिनट भी नहीं लगा मेरी बेज़्जती करने में। मोना तभी अपने कमरे में गयी और अपने हाथ में एक बैग लेकर आयी। उसने बैग में से एक- एक कर के अपनी एलबम निकाली और अपनी पुरानी तस्वीरें जिया को दिखाई। वह अपने कॉलेज में ब्यूटी क्वीन बनी थी, वह मिस जयपुर भी बन चुकी थी।अपने ऑफिस कि तस्वीरों में उसे बेस्ट एम्प्लॉई का अवार्ड मिल रहा था, फिर उसने जिया को अपने सर्टिफिकेट दिखाये उसने एम .बी.ए. कर रखा था। उसने जिया को बताया जिस लड़के निखिल से वो प्यार करती थी, जिया के नाना नानी ने उससे उसकी शादी नहीं होने दी क्यूंकि वो गरीब था और निखिल ने आजतक भी शादी नहीं की। अपने से बहुत अमीर घर में जबरदस्ती उसकी शादी करा दी जिया के नाना नानी ने।
मोना ने कहा नतीजा तेरे सामने है। तेरे पापा को शुरू से ही पार्टियों में जाना, पूरा दिन शराब पीना, लड़कियों से फ़्लर्ट करना अच्छा लगता था। मुझे तो बस उन्होंने और उनके घर वालों ने एक शोपीस बना दिया था और दुनिया की नज़र में अपनी बहु का टैग लगा दिया था। दिल से किसी ने भी कभी मुझे अपनाया ही नहीं। मोना ने कहा "एक बार मैं तेरे पापा को छोड़ कर तेरे नाना- नानी के घर चली गयी थी, पर तू जब सब बच्चों को उनके पापा के साथ देखती थी तो उदास हो जाती थी इसलिए मैं वापिस तेरे पापा के पास आगई पर फिर तो उन्हें और भी मौका मिल गया था मुझे परेशान करने का।
कभी कभी वो एक -एक महीने के बाद घर आते थे। तेरे दादा -दादी ने भी मुझे अपने घर से निकाल दिया, तब मैंने अपनी मेहनत से ये छोटा सा फ्लैट खरीदा। तेरे पापा कभी- कभी आते और 5-7 हज़ार रुपय पकड़ा कर अपनी ज़िम्मेदारी निभा देते। यह सब कह कर मोना रोने लगी। अब जिया को सब समझ आगया था उसने अपनी मम्मी से माफ़ी मांगी और फिर उसने मोना को बहुत प्यार किया। उसने मोना से निखिल का नंबर माँगा और निखिल से कुछ बात करी। थोड़ी देर बाद जिया ने मोना से कहा "मैं आज ही कोर्ट में आप की और पापा के डिवोर्स की अर्ज़ी देती हूँ और जैसे ही आप दोनों का डिवोर्स होगा आप की शादी निखिल अंकल से कराऊंगी। निखिल अंकल अभी भी आप से शादी के लिए तैयार हैं। बस मेरी मम्मी ने बहुत सहन कर लिया, अब उनकी बेटी उनकी ज़िन्दगी खुशियों से भर देगी। यह कह कर जिया ने मोना को गले लगा लिया।