सम्मान
सम्मान


"पापा आप चल रहे हो ना चाचू की शादी के लिए हम सब के साथ शॉपिंग करने" सोनाली ने अपने पापा से पूछा।
"नहीं बेटा शॉप पर ज़रूरी काम है, तुम सब जाओ।" "आप के लिए भी तो कोट पैंट लेना है"
"नहीं मेरा सूट तो अभी ठीक है, मैं तो वही पहन लूंगा।"
"पिछली सात-आठ शादियों में तो आप वो सूट पहन चुके हो, अब घर की शादी के लिए तो नया सूट ले लो सोनाली ने अपनी बात पर ज़ोर डालते हुए कहा।"
"बेटा अब मुझे कौन देख रहा है इस उम्र में, तुम सब अच्छा पहनों, खुश रहो और मुझे क्या चाहिए" उसके पापा ने अपनी पैसों की तंगी छिपाते हुए कहा।
आज सोनाली की नज़रों में उसके पापा का सम्मान और बढ़ गया था।