लव स्टोरी - मेरे प्यार का सफर
लव स्टोरी - मेरे प्यार का सफर
उसके चेहरे की मुस्कान मुझे बहुत सुकून देती है उसकी वो नादानियां मेरा दिल जीत लेती है, आखिर क्या लिखूं मैं उसके लिए जिसने अपने हिस्से की भी खुशियां मेरी किस्मत की लकीरों में लिख दी,
मेरी सुबह भी अब उसी से होती है और मेरी आंखें अब उसी की यादों में रोती है, दूरियां हमारे दरमियां चाहे लाखो दफा हो मगर ये मोहब्बत चाहकर भी कम ना होती है, उसका खफा होना जैसे मेरा खुदा खफा हो मुझसे उसका रोना मेरी आंखें भी नम कर देती है,
हाँ...
एक छोटा सा किस्सा याद आया जब उसने मुझे पहली बार मिलने बुलाया, मगर अब तक मैंने उसे कहा अपने दिल का हाल बताया, थोड़ा सा शर्माया और उठा नज़रे जो देखा उसे तो उसकी आँखो में भी मैंने वही एहसास पाया,
झुकी नज़रे और थोड़ा वो भी शर्माई पर इज़हारे महोब्बत अभी तक दोनों तरफ से ना हो पाई, मैं तो बताने से घबराता रहा मगर उसने भी अभी तक कहां मुझे
अपने दिल की बात बताई, एक अरसा बीता और बीते कुछ साल, वो दोस्त थी मेरी और मैं दोस्त था उसका खास,
अब दोस्ती में घुलने लगी प्यार की स्याही और एक रोज लिखकर मैंने उससे मोहब्बत जताई, वो पूछती रही मैं छिपाता रहा, की महोब्बत है हमें उससे बस शब्दों में लिख समझता रहा,
कुछ लम्हे ओर बीते और कुछ पल के लिए दूरिया भी आई पर इम्तिहान के इस सफर में भी ये महोब्बत ना कम हो पाई, नज़दीकिया फिर बढ़ने लगी और इम्तिहान से गुज़री महोब्बत हमारी आखिर में रंग लाई!
"मुझे उसके चेहरे की मुस्कान से है मोहब्बत उसके अंदाज़ से है महोब्बत उसकी नादानियों पे प्यार आता है और हमारा रिश्ता लोगो के दिलो को जलाता है, उसकी कुछ बातो पे बहोत ग़ुस्सा आता है मगर ये दिल उसे बेइंतहा चाहता है"
उसकी नादानियाँ उसकी बाते मेरी खुशियों की वजह बन जाती हैं, शायद वो भी मुझे बेइंतहा चाहती है?