कष्ट
कष्ट


आज सीरियल रामायण जब देखा तो सभी मन ही मन हर कोई भावुक हो गया लवकुश द्वारा राम कथा सुनकर आंखों में आंसू भर आये।
सीता का त्याग, सहनशीलता और फिर उनके साथ किया गया अन्याय दिल को असहनीय कष्ट देता है
प्रजा के कहने से, उनके अनुसार करना ही राजधर्म कैसे मान लिया.....?
बहुत विचलित कर देता है ये सब, कितना सहना होता है एक स्त्री को और वो हमेशा अपनों के बारे में सोचती है, अपनों के लिए जीती हैं तो कोई पुरुष उसके लिए त्याग, कष्ट और जीवन भर क्यों नहीं करता उस स्त्री के लिए क्यों नहीं जी सकता। अहं क्यों नहीं त्यागता....
और भी बहुत कुछ है जो केवल स्त्रियों से ही अपेक्षा की जाती और हमेशा उनसे उम्मीद की जाती है।
बहुत सी स्त्रियों की जिंदगी में केवल और केवल कष्ट होता है असहनीय कष्ट !