कलम
कलम


आप सभी लोग सोच रहे होंगे कि मैंने ये साधारण सा शीर्षक क्यों चुना जिस शीर्षक का नाम हैं कलम। ये शब्द सिर्फ तीन अक्षर का हैं लेकिन इसकी शक्ति अपार हैं । जो अपनी बात दूसरे तक बोलकर नही पहुचा सकते है उनके पास मात्र एक ही माध्यम होता है वो होता है कलम का माध्यम। आज हम इंटरनेट की सुविद्या है । पर जब यह सुविधाएं उपलब्ध नही थी तब हम कलम से ही एक दूसरे से बात कर सकते थे।
परंतु विज्ञान के क्षेत्र ने इतनी उप्लब्धए पाई की इस कलम का अस्तित्व खत्म ही हो गया। में पीयूष गोयल स्टोरी मिरर द्वारा कलम की शक्ति को उजागर करूँगा इस बात के लिए मैं स्टोरी मिरर का धन्यवाद करता हूँ कि स्टोरी मिरर ने मुझे इस बात का मौका दिया कि मैं अपने विचार विश्व के सामने रखूं। वरना मेरे विचार कागज में हीं रह जाते। चलिए अब मैं आपको कलम की शक्ति के बारे में विस्तार से बताता हूं। चलो आओ इसकी शक्ति के बारे में पूरी तरह से जाने।
कलम के बारे में लिखने के लिये तो दुनिया के कागज भी कम है । हम चाहे तो कलाम के बारे में पूरी एक किताब लिख दे । जो काम बड़ी-बड़ी तलवारे नही कर पाई वो एक छोटी सी कलम कर सकती है। कलम की शक्ति तलवार से भी ज्यादा है । जब तलवार चलती है तब मनुष्य का सर कट जाता है। और जब कलम चलती है तब मनुष्य को का शीश झुका देती है। तलवार टूटगयीं तो वो टूटी ही रह जायेगी पर अगर कलम टूट जाये तो उसे दुबारा जोड़ा भी जा सकता है। मेरी यह बात इस बात को प्रमाणित करने के लिये काफी होगी कि तलवार की शक्ति कलम से अधिक है ।
क्या आप लोगो ने कभी सोचा है कि जब कंप्यूटर नही था तब जरूरी कागज कैसे लिखे जाते थे? उस समय जरूरी कागज लिखने का एक ही जरिया था वो था कलम।
मैं आप सबको कलम का महत्व बताना चाहता हु मुझे यकीन है कि आप सब कलम का महत्व समझ गए होंगे।