जिंदगी का मैच
जिंदगी का मैच
रविवार का दिन था। माता-पिता और बच्चे कमरे में बैठकर टी० वी० में क्रिकेट मैच का आनंद ले रहे थे। भारत और पाकिस्तान के बीच विश्व कप श्रृंखला का पांचवाँ वनडे मैच खेला जा रहा था। स्टेडियम दर्शकों से खचाखच भरा हुआ था। संघर्षपूर्ण मुकाबले में भारतीय टीम ने पाकिस्तानी टीम पर विजय प्राप्त की। मैच समाप्त होने के बाद पिता ने अपने बेटे को समझाते हुए कहा-
"देखा बेटा, भारतीय टीम ने लगातार दो विकेट खोने के बाद भी अपने हौसले नहीं खोये। कोहली और धौनी ने बिना किसी निराशा के बल्लेबाजी की और भारतीय टीम को संकट से उबारा। वहीं दूसरी ओर पाकिस्तानी टीम ओपनर बल्लेबाजों को खोने के बाद हताश दिखाई देने लगी थी। उनके खिलाड़ियों का उत्साह टूट चुका था। यही कारण है कि उन्हें अंत में पराजय का सामना करना पड़ा। इसलिए बेटा जीवन में कभी भी निराश मत होना। जिंदगी का मैच पूरे उत्साह के साथ खेलना, एक दिन तुम्हें सफलता अवश्य प्राप्त होगी।"