हरि शंकर गोयल "श्री हरि"

Comedy

4  

हरि शंकर गोयल "श्री हरि"

Comedy

होशियार चंद जी

होशियार चंद जी

3 mins
13



होशियार चंद जी इतने होशियार हैं कि होशियारी भी इनकी होशियारी के समक्ष पानी भरती है । होशियार चंद होशियार इसलिए हैं कि वे अकेले पढ़े लिखे हैं बाकी सब या तो अनपढ़ हैं या चौथी पास । पढ़ा लिखा व्यक्ति यदि होशियार नहीं होगा तो क्या अनपढ़ होगा ? 

इनकी होशियारी के चर्चे बचपन से ही होने लगे थे । बचपन में इन्होंने नाई से "कान काटना" , पनवाड़ी से "चूना लगाना" , हलवाई से "रायता फैलाना" पहलवान से "थप्पड़ खाना" , कलमकार से "स्याही फिंकवाना" जैसे अति श्रेष्ठ कार्य सीखे थे । आज ये सारे काम उनके काम आ रहे हैं । खाने में इन्हें "बच्चों की कसम" बहुत पसंद है । इस डिश को अक्सर खाते ही रहते हैं वे । 

जनता उनके इस "शौक" पर रीझ गई । लोग सोचने पर मजबूर हो गए कि कोई तो पैसा खाता है , दिमाग खाता है , समय खाता है । पर ये बंदा केवल बच्चों की कसम खाता है । ऐसे अद्भुत व्यक्ति को अपने सूबे की बागडोर सौंप देनी चाहिए । और जनता ने एक सूबे की बागडोर होशियार चंद जी को सौंप दी । बस, फिर क्या था । पलक झपकते ही दिल्ली पेरिस और लंदन से भी सौ किलोमीटर आगे निकल गई । अमरीका, जर्मनी, इंग्लैंड से लोग अपने बच्चों को दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ाने के लिए भेजने लगे । होशियार चंद जी ने दिल्ली के सरकारी स्कूलों को ऐसा भव्य बना दिया कि देवता भी इनमें एडमिशन के लिए अल्लाह से सिफारिश करवाने लगे । वो क्या है कि होशियार चंद जी पूरे धर्म निरपेक्ष व्यक्ति हैं इसलिए वे केवल अल्लाह की सिफारिश मानते हैं । इनके स्कूलों का डंका स्वर्ग लोक तक बजने लगा । 

सरकारी स्कूलों को त्रैलोक्य में सबसे बढ़िया बनाने के पश्चात उनकी नजर मौहल्ला क्लिनिक पर पड़ी । होशियार चंद जी ने इन्हें भी विश्व स्तरीय बनाने का बीड़ा उठा लिया । देश विदेश से बड़े बड़े रेपिस्ट बुलवाये गये । उन्हें मरीजों की मसाज करने के काम पर लगा दिया । इससे मरीज बहुत खुश हुए और वे होशियार चंद जी की होशियारी के चर्चे करने लगे । 

अब बारी थी "मधुशालाओं" की । एक नई मदिरा नीति बनाई गई । चूंकि होशियार चंद जी इकलौते पढ़े लिखे व्यक्ति हैं इसलिए उनकी पॉलिसी पर सवाल उठाने का अधिकार किसी को नहीं था । इसलिए एक के बदले एक फ्री की योजना ने तहलका मचा दिया । दारू सड़कों पर बहने लगी । घरों में नलों से पानी नहीं दारू आने लगी । दारू में केवल नशा नहीं होता , पैसा भी होता है । दारू अपने साथ अथाह पैसा लाई । चुनावों में कोई काम नहीं आता है , केवल पैसा ही काम आता है इसलिए दारू से कमाया पैसा चुनावों में लगा दिया होशियार चंद जी ने । पर ये मेहनत सफल नहीं हुई । 

ये शराब होशियार चंद जी की होशियारी पर भारी पड़ गई । एक एक करके उनके संगी साथी जेल की शोभा बढ़ाने लगे । उन्हें जेल में भांगड़ा करेते देख होशियार चंद जी भी कंपकंपाने लगे । दारू घोटाले ने उनकी सारी होशियारी को धता बताकर उनको अपने चंगुल में कस लिया । अब होशियार चंद जी जेल में बहुत फड़फड़ा रहे हैं मगर हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट भी अपने हाथ खड़े कर चुके हैं । 

कोढ़ में खाज यह हुआ कि एक खालिस्तानी ने यह बयान दे दिया कि होशियार चंद जी ने उनसे एक आतंकी छोड़ने के लिए 150 करोड़ रुपए लिये थे । इस बयान को सुनते ही होशियार चंद जी की पैंट गीली हो गई । उनकी सारी होशियारी दारू लेने चली गईं हैं । अब देखते हैं कि होशियार चंद जी का आगे क्या होने वाला है ? 



Rate this content
Log in

Similar hindi story from Comedy