हमारा लॉकडाउन
हमारा लॉकडाउन


Lock down के पीरियड औरतों के लिए एक अज़ाब लेकर आया है।अब देखिए आजकल औरतें किसी पार्लर,मॉल में नहीं जा पा रही है तो आप जान लीजिए कि पैसे की बचत हो रही है।शायद इसीलिए लडकियों को घर की लक्ष्मी कहा जाता था।
आजकल lock down के समय सब लोग घरों में रहने के लिए मजबूर हो गए है।अब न तो सास बहू से लड़ पा रही है और न बहु अपने सास को ताने दे रही है क्योंकि बेटा जो घर मे मौजूद रहता है।
बीवियाँ अब बिना मेकअप में भी शौहरों को खूबसूरत लगने लगी है।उन काजल लगी आँखों मे शौहर अब दुनिया भर की खुशियाँ तलाश कर पा रहे है।
हाँ, एक बात जरूर हुई है।जो पहले लोग self centered हो गये थे अब दूसरों की तकलीफें समझ पा रहे है।आज इस lockdown में हम सिर्फ और सिर्फ जरूरत की चीजें ही लेकर आ रहे है।हमने अबतक कितनी गैर जरूरी चीजों को जरूरी बना लिया था,नहीं?
एक मज़ेदार बात और हुई है।हाउस वाइफ जो पहले वर्किंग वीमेन को तैयार होकर और बैग लेकर ऑफिस के लिए जाती देखती थी,आज वह दिल ही दिल मे सोच रही है अब आ गया है ऊँट पहाड़ के नीचे।बड़ी अकड़ कर रहती थी।
इस lockdown में हमे चीजों की अहमियत समझ आने लगी है।हम लोगों की समझ पुख़्ता हो गयी है।जो लोग पहले किसी गिनती में नही आते थे वह आज हमारे लिए बेहद ख़ास बन गए है और जो बेहद ख़ास हुआ करते थे वह पता नहीं आज कहाँ गुम हो गए है?
आप की क्या राय है इस बारे में?