एलियंस
एलियंस
काव्या को नयी नयी किताबें पढ़ने का शौक था l बो कहानियाँ पढ़ने की तो आदि थी l हर टाइम बस कहानी कहानी, उसकी माँ इस बात से परेशान थी, कहती थी की अगर सिर्फ कहानी पढ़ेगी तो और बिषय कौन पढ़ेगा l ये लड़की तो कहानियों के लिए पागल है l
बात ये थी काव्या अपनी दादी से बचपन से कहानी सुनती आप रही है एक दिन दादी ने कहा काव्या तुम खुद भी तो पढ़ सकती हो कहानी l जो कहानियाँ मैं
तुम्हे सुनाती हूँ बो सब किताबों में मिलेंगी, बस तब से काव्या कहानी कीड़ा बन गयी l
एक दिन की बात है काव्या एक किताब पढ़ रही थी उसमे उसकी नजर एक टॉपिक पे पड़ी जिसमे लिखा था एलियंस l
ये एलियंस कौन होते हैं माँ काव्या ने उत्सुकता से पूछा, माँ ने कहा ये पागलों बाले सबाल मत पूछा कर मुझसे, काम तो कुछ है नहीं जब देखों कहानी बहानी पढ़ती रहती है l
काव्या थोड़ा नाराज हुई पर उसकी जिज्ञासा अभी ख़तम नहीं हुई उसने जाकर अपनी दादी से पूछा l
दादी, दादी ये एलियंस क्या होते हैं???????
दादी ने उससे कहा, बेटा साइंटिस्ट का मानना है की जैसे हमारी दुनिया है, इसी तरह एक और दुनियां भी
है l उस दूसरी दुनियां के लोगों को एलियंस कहते हैं l
काव्या की जिज्ञासा और बढ़ी उसने फिर पूछा दादी एलियंस कैसे होते होंगे l बो क्या खाते होंगे, कैसे दिखते होंगे बताओ ना दादी, काव्या कुछ सोचते हुये कहती है l
अरे बाबा एक साथ इतने सबाल पूछेगी तो कैसे बताऊं थोड़ा रुक जा बताती हूँl
साइंटिस्ट का कहना है की बो हमारी तरह बिलकुल नहीं होते l बो अजीव से दिखते हैं, उनके पास सायद हम से ज्यादा पावर भी हो सकती है l
अच्छा हमसे ज्यादा पावर कैसे होगी, हम लोग बादाम खाते हैं उन्हें कहाँ मिलते होंगे बादाम
काव्या हंसती हुई कहती है l
अच्छा और बताओ ना दादी, काव्या फिर दोहराती है
अब तू मेरा दिमाग़ मत खा अपनी स्कूल टीचर से पूछना, जो पूछना है, ठीक है, मुझे सोने दे अब l
काव्या रात भर सो नहीं पाई, और सुबह जल्दी स्कूल के लिए तैयार हो गयी
माँ मैं स्कूल जा रही हूँ बोलकर चली गयी l
माँ भी अचानक सोच मैं पड़ गयी, आज अचानक काव्या स्कूल जाने को खुद से तैयार कैसे हुई l
खैर छोड़ो काव्या ने स्कूल में टीचर से पूछा की मिस एलियंस कौन होते हैं l
तो मिस ने काव्या को बताया की एलियंस भी एक तरह के प्राणी होते हैं l जैसे हमारा ग्रह पृथ्वी है बैसे उनका भी ग्रह होता है l बो दिखने में हमसे अलग है l उनके रहने खाने का तरीका भी अलग ही होगा l
अच्छा तो उनके बारे में कैसे पता चला काव्या उत्सुकता से बोली!!
टीचर बोली बेटा ये सब तो साइंटिस्ट करते हैंl बो ही उनके साथ कांटेक्ट कर पाते होंगे l
मैंने तो ये भी सुना है की विदेश में एलियंस आये थे अपने बिमान से!!
बड़े अजीब थे बंदरों की तरह दिखने बाले प्राणी
अच्छा काव्या अब काफ़ी देर हुई तुम घर जाओ l
और एलियंस के बारे में ज्यादा मत सोचो ठीक है l
काव्या घर आती है उस दिन काव्या ने बहुत कुछ जाना एलियंस के बारे में l
काव्या खाना खा ले आकर रात हो रही है जल्दी सो जा, सुबह स्कूल भी तो जाएगी l
हम्म आ रही हूँ माँ l
अचानक काव्या देखती है की एक अजीब सा दिखने बाला प्लेन उड़ता हुआ आ रहा है ठीक उसके घर के पीछे, उसने देखा की उसमे से दो अजीव से जंतु निकले, जो ना ही इंसान थे और ना ही जानबर l
बो सीधे काव्या के पास आये और उससे कुछ अजीब सा बोले हहकयययय मक्खक्कीय कुणाजखंबंनक l
काव्या जोर से हंसी और बोली ये क्या कह रहे हो तुम लोग l
और कहाँ से आये हो??????
तभी उनमे से एक काव्या के पास आया और उसकी आँखों में ध्यान से देखा l
फिर बोला सोरी काव्या जी हम आपकी भाषा नहीं जानते थे, इसलिए अपनी भाषा में बात कर रहे थे l
अच्छा तो अचानक हिंदी कहाँ से सिख लि जनाब आपने l
एलियन बोला आपसे, आपकी आँखों में इसलिए तो देखा l
अच्छा आप कोई जादूगर हो जो आँखों में देखा और सीख गए l
नाजी हम तो दूसरे गोले से आये हैं, आपसे मिलने l
सच्ची आप मुझसे मिलने आये हैं l
अच्छा तो बताइये आप कैसे हैं
हम अच्छे हैं आप कैसी हैं मिस काव्या l
मैं तो बहुत अच्छी हूँ अच्छा मैं आपके लिए पानी लाती हूँ थोड़ा रुको बोलकर भागती है
और बो अजीव प्राणी रोकता रह जाता है
अचानक से काव्या भीग जाती है
और सामने माँ को पाती है जो जोर जोर से चिल्ला रही थी की , महारानी दिन में सपने देख रही है l
काव्या बहुत दुखी हुई, जब उसे पता चला की बो एक सपना था l l
काश एलियंस आये होते, तो उनके साथ ही चली जाती काव्या बड़बड़ाते हुये बोली........l