दरिंदे/सुपर हीरो
दरिंदे/सुपर हीरो
आठ साल की माही को अपहरण करने वाला बाइकर्स गैंग और उसे बचाने की कोशिश करने वाले पूर्व बाइकर्स माइक और मोहन काली घाटी की कत्लगाह पाइकी पीक के पास आपस में लड़कर मरे थे।
माही के कपड़ो पर भी खून की छींटे लगे हुए थे, बच्ची गन फाइट से घबरा गई थी उसे पता नहीं था कि वो क्या करे वो हादसे की जगह से भाग निकली और जोर से रोते हुए इधर-उधर भटकने लगी। उसे पता नहीं था कि वो वापिस अपने घर कैसे जाए। वो अरबपति कर्ण थापर की बेटी थी और इस समय भयानक काली घाटी में अपने घर से २५० किलोमीटर दूर रोते हुए भटक रही थी। आज उसके पास रहने वाला महंगा फोन भी नहीं था जिससे वो अक्सर अपने डैडी को फोन करती रहती थी।
उसके अपहर्ताओं को मरे चार घंटे हो चुके थे माही भटकते-भटकते पाइकी पीक से बहुत दूर आ चुकी थी। रोते-रोते उसका गला बैठ चुका था अब उससे रोया भी नहीं जा रहा था। कुछ ही देर में काली घाटी को रात के अँधेरे ने अपने आगोश में ले लिया और रात होते ही रात्रिचर मांसभक्षी जानवर शिकार करने के लिए निकल पड़े। उनकी भयानक आवाजों से घाटी गूँज उठी। अँधेरे में भटकती माही उन सुपर हीरोज के बारे में सोच रही थी जिन्हे उसने अक्सर टीवी शो में देखा था लेकिन अब तक उसे बचाने कोई भी सुपर हीरो नहीं आया था। अब वो इतनी तक चुकी थी कि उससे चला भी नहीं जा
रहा था।
हमेशा की तरह आज की रात भी काली घाटी में अपने शिकार को मौत की आगोश में ले लेने के लिए बेचैन थी।
तभी माही ने महसूस किया की कोई जानवर उससे कुछ दूर पर खड़ा हुआ था और उसपर झपटने को तैयार था। वो डर कर चीखी और दूसरी तरफ भागी लेकिन वहाँ भी एक भयानक लकड़बग्घा खड़ा था जो उसे देख कर गुर्रा रहा था। उसे लकड़बग्घों के एक झुण्ड ने घेर लिया था और उसपर झपटने को तैयार थे। उनमे से तीन उसकी तरफ झपटे लेकिन तभी एक जोरदार धमाके की आवाज हुई और लकड़बग्घे मरकर जमीन पर गिरने लगे। एक मिनट बाद उसका सुपर हीरो उसका डैड उसके सामने खड़ा था और उसके पीछे पुलिस वाले लकड़बग्घों को अपना निशाना बना रहे थे।
कर्ण थापर ने झपट कर डरी हुई माही को अपनी गोद उठा लिया। उसे अपनी इकलौती बेटी माही के जीवित मिलने की उम्मीद कम थी लेकिन पूर्व बाइकर्स राणा और सिक्का ने मरने से पहले अपनी लोकेशन थापर को भेज दी। वो पुराने अपराधी थापर से मोटे इनाम के लालच में उसकी बेटी को बचाने के लिए अपने पुराने साथियो से जा भिड़े थे और मारे गए थे। थापर थोड़ी दूर खड़े अपने हेलीकाप्टर में बेहोश माही को लेकर बैठते हुए सोच रहा था कि वो आज अपनी बेटी के लिए सुपर हीरो न बन सका लेकिन राणा और सिक्का उसकी बेटी को बचाकर आज उसकी निगाह में सुपर हीरो बन चुके थे।