चन्द्ररूपायनम
चन्द्ररूपायनम
"अरे रूपा तुम?, कितने दिनों बाद मिली हो।"
"चन्द्र, दिन नहीं 16 साल हो गए हैं।"
"हाँ ये तो है, वक़्त का पता ही न चला।"
"कितने बच्चे हैं तुम्हारे?"
"एक बेटी है।"
"अच्छा क्या नाम रखा है।"
"रूपा।"
"ओह… रूपा।"
"तुम्हारे बच्चे?"
"एक बेटा है।"
"क्या नाम है।"
"चन्द्र।"
"ओह… चन्द्र।"
"मगर ये नाम क्यूँ…?" दोनों के मुहँ से एक साथ निकला।
"ताकि हर पल एक नाम जुबान पर रहे…..।" फिर से दोनों के मुहँ से एक साथ निकला।
"ओह मेरी बस आ गई" कहकर वो बस स्टैंड की और बढ़ गई। हमने एक दूजे को हाथ भी न हिलाया। बस उसके होंठ बुदबुदाये…."रूपा…..!"

