बहुत देर
बहुत देर
"मम्मा, आपने और सब आंटियों ने ये ग्रीन क्लर के कपड़े क्यों पहन रखे हैं वो भी एक जैसे डिजाइन वाले ? ये कौन सा डिजाइन बना हुआ है और आप सब कौन सी पूजा कर रहे हो?", परिधि ने खांसते हुए अपनी मम्मी से पूछा।
रोमा ने दुखी होते हुए चारों ओर फैले हुए धुएं को देखा और परिधि को फटाफट पॉल्यूशन से बचने वाला मास्क पहनाया और ऑक्सीजन की एक गोली खिलाई और बोली," बेटा ये जो तुम डिजाइन देख रही हो, इन्हे पेड़ कहते हैं। आज हम सब मिलकर भगवान कि पूजा कर रहे हैं ताकि भगवान जी हमसे खुश हो जाएं और फिर से इस धरती पर पेड उग सकें।हमे अक्ल आने में बहुत देर हो गई जिसका फल हम भुगत रहे हैं। शायद ये पूजा हमारी गलती को सुधार दे।