बेख़ौफ़ बसंती
बेख़ौफ़ बसंती
"सुपर हिट शोले फिल्म को रिलीज हुए 40 साल से अधिक हो गए, जय, वीरू की जोड़ी का क्या कहने थे। और चल मेरी धन्नो का डायलॉग वाली बसंती की बात ही गजब थी।यह फिल्म 12 से अधिक बार मैंने देखी है" कपिल ने अपने दिल की बात बच्चा यादव से कह ही दी।
बच्चा यादव बोला-यार,सपना अब तक तुम्हारा कोई नहीं बना अपना। कपिल-शोले वाली क्या बसंती थी।मुझे उसका व्व डायलॉग अभी भी याद है"वैसे मुझे बेफिजूल बात करने की आदत है नहीं"।
अरे सपना बसंती ने यह भी कहा था-"ये बसंती का तांगा है किसी जमीदार की बेगारी थोड़े ही जिसे करना ही पड़े।" जय- वीरू की जोड़ी ने ठाकुर साहब की मदद की। कपिल-गब्बर सिंह को तुम भूल गए क्या।वाह, यादगार अभिनय था डाकू गब्बर सिंह का ।उसका डायलॉग-"क्या होगा तेरा कालिया।"अरे क्या बताएं ....फिल्म में आनंद आ गया।कपिल-आज की फिल्मों में ना तो बसंती जैसी चुलबुली मस्ती है,और ना ही जय-वीरू की जोड़ी के किरदार।रामगढ़ के ठाकुर साहब की बात हो या डाकू गब्बर सिंह का हो आतंक।सुपर हिट हो गई फिल्म शोले।
सपना--कपिल आजकल शोले,जब भी कोई लड़की देखूं मेरा दिल बोले- ओले,ओले में बदल गयी है।कपिल-जमाना इतना बदल गया है गब्बर सिंह तो केवल रामगढ़ का डाकू था,आज कल गली मोहल्ले में लड़ाई, लूट घसोट,छेड़खानी आम हो गयी है।बदल गया है जमाना। अंग्रेजो के जमाने के जेलर भी आज के गब्बर सिंह को नहीं पकड़ पा रहे है।
कपिल-दोस्ती की मिसाल जय-वीरू की जोड़ी को फिर हिट करने की जरूरत है ताकि आज के समाज में सच्ची दोस्ती फिट हो सके। शोले में बसंती को इन कुत्तों के सामने मत नाचने की बात कहने वाले वीरू को आज का वीरू बनकर वीरता दिखाने की जरूरत है।सपना-"समाज में माहौल ऐसा बनाना होगा ताकि आज की सभी बसंती बेख़ौफ़ गब्बर सिंह से टक्कर लेकर मिशन शक्ति की आवाज बनकर गब्बर सिंहो को मुंह तोड़ जबाव दे सके।"
