अमर, बीवी और वो
अमर, बीवी और वो
अमर जो दिल्ली का रहने वाला था जो एक प्राइवेट नौकरी करता था जिसकी मासिक आय 15000/- थी।
वह शादी शुदा था और एक मिडिल क्लास परिवार से था।
जहाँ वह नौकरी करता था उसकी मुलाकात एक नताशा नाम की लड़की से हुई जिससे वह काफी बात करता था। अमर एक तरफ शादीशुदा था दूसरी तरफ नताशा नाम की लड़की से नजदिकया काफी बढ़ रही थी कब नताशा के अन्दर अमर के लिए प्रेम भाव जाग गया।
नताश अमर से बोली - क्या हम शाम को कॉफी पर चल सकते हैं अमर बोला -नहीं-नहीं मैं शादी शुदा हूँ।
नताश बोली- चलो न तुम्हारी बीवी थोड़ी देखने आ रही है।
अमर बोला - ठीक हैं चलेगे।
शाम होते ही कॉफी डेट पर नताशा और अमर की बात शुरु हुई।
ऩताशा- अमर मैं तुम्हें पसन्द करती हूँ।
अमर - लेकिन मैं शादी शुदा हूँ।
नताशा - अरे ! तुम कितने डरते हो कौन -सी तुम्हारी बीवी देखने आ रही है।
अमर -चलो ठीक है अपना नम्बर दो बात करेंगे।
नताशा - लो 9********9 ये मेरा नंबर तुम बात कर लेना।
अमर - चलो मैं चलता हूँ।
नताशा और अमर की अब फोन पर बातें होना शुरु हो गई। नताशा और अमर अब एक कमरे में मिलना चाहते थे। अमर ने हाँ कर दी। अमर और नताशा काफी नजदीकियाँ बढ़ रही थी। उन दोनों के शारीरिक संबंध बन गए।
अमर हँसते हुए- तुम ने तो मेरे दिल खुश कर दिया।
अमर घर की ओर चलता हैं और काफी लेट हो जाता हैं अमर की बीवी - तुम इतनी रात को लेट क्यों आ रहे हो?
अमर बोला-आफ़िस मे थोड़ा ज्यादा काम था इसलिए।
नताशा अब अमर के घर तक आने लगी उसको डर लगने लगा।
अमर-तुम मेरे घर तक आने लग गई।
नताशा - हरे अब तो हम सबधं बना चुके हैं और मैं तुम्हें पसन्द करती हूँ।
अमर - तुम पागल हो गई हो मुझसे दूर रहो।
नताशा के पास अमर की बीवी का फोन नम्बर था उसके मिला कर सारी बात बता दी। अमर घर पहुचँ कर बीवी की डाँट का सामना किया और वह अपने मम्मी- पापा के घर चली गई। नताशा ने अमर से कहा कि तुम मेरे से शादी कर लो न तो मैं तुम्हे रेप केस में फँसा दूंगी। नताशा तो अमर के प्रेम मे पागल हो गई थी तो अमर को पाने के लिए कुछ भी कर सकती थी।
अमर ने डर के मारे हाँ कर दी और अब नताशा और अमर अब शादी कर चुके थे।
अमर ने शादी कुछ सालो बाद ही एक लड़का पैदा हुआ।
अमर काफी खुश हुआ परन्तु अमर नशे की लत से ग्रस्त हो चुका था और काम- धंधे पर ध्यान नही दे पा रहा था
शिक्षा :-प्रेम की भूख इंसान को अंधा बना देती है।