मैं जिंदगी में हमेशा ऐसा ही पागल बना रहूं। क्यों साथियों, क्या खयाल है आपका ? मैं जिंदगी में हमेशा ऐसा ही पागल बना रहूं। क्यों साथियों, क्या खयाल है आपका ...
मेरी निगाह फिर उस बालकनी पर गई मेरी निगाह फिर उस बालकनी पर गई
उसकी मां से दिव्या का हाथ मांग लेते हैं। उसकी मां भी बहुत खुश होती है। और दोनों की शादी उसकी मां से दिव्या का हाथ मांग लेते हैं। उसकी मां भी बहुत खुश होती है। और दोनों ...
जवानी के दिनों की उन्मादना ऐसी ही होती है, शायद। जवानी के दिनों की उन्मादना ऐसी ही होती है, शायद।
मेरे भाई को गुस्सा आया और उसने उस कांच की बोतल को फोड़ दिया, जैसे ही वो बोतल फूटी..... मेरे भाई को गुस्सा आया और उसने उस कांच की बोतल को फोड़ दिया, जैसे ही वो बोतल फूट...
लम्बी रात के बाद सूरज निकला था जिसे वो अपनी आँखों में कैद करना चहाता था। लम्बी रात के बाद सूरज निकला था जिसे वो अपनी आँखों में कैद करना चहाता था।