ऐ नदी तेरी मेरी कहानी एक सी

ऐ नदी तेरी मेरी कहानी एक सी

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ऐ नदी मेरी कहानी तुझसे मिलती जुलती

मेरा और उसका प्यार भी नदी के दो किनारों सा है

साथ साथ चल तो रहे हैं अपनी मंज़िलो की तरफ

पर जुदा जुदा ही बीतेगा जीवन।


न होगा संगम कभी हमारा

न होगा कभी मिलन हमारा

ख्वाब फिर क्यों आते है उसके

जो नहीं है मेरा जो नहीं है मेरा।


काश जितनी श्रद्धा है लोगों के दिलों में

नदियों को लेकर उतनी ही स्वच्छता नदियों की भी रखे

अपने पाप धोने जाते हैं, नदियो में स्नान करके

लेकिन उस नदी को अस्वछ करके आ जाते हैं।


पाप तो धो लेते हैं तन के लोग पर

मन के पाप भी धो ले तो कोई बात हो।


वो पढ़ाई किस काम की जो इंसान को

उसकी इंसानियत ही भुला दे

पढाई हम को जीवन मे आगे बढ़ाने का एक

माध्य्म है, हम को सफल बनाने का एक रास्ता है।


तरक्की करने के लिए जरूरी है पढ़ाई वरना

आज के कलयुग में जाने कब हम को

बेवकूफ बनाकर जो है हमारे पास वो भी छीन ले

पढ़ लिख कर भी जाने क्यों लोग सफाई की और ध्यान नहीं देते

मैला कर आते हैं नदी को और फिर साफ नहीं करते इसको।


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