अघोरी श्राप - अलौकिक शक्ती
अघोरी श्राप - अलौकिक शक्ती
यूं बार - बार इस तरह कंप्यूटर स्क्रीन पर पाखी की तस्वीर देखना बंद कर मोक्ष। चल कैंटीन चलते हैं। जोरों की भूख लगीं हैं। लंच टाइम खतम हो गया तो भूखे ही रह जाएंगे पूरा दिन।
नहीं तू जा। मेरा मन कैंटीन में भी नहीं लगेगा। मैं अपना लंच यही डेस्क पर ही कर लूंगा।
अजीब हो तुम दोनो। एंगेजमेंट को दो साल से ज्यादा का टाइम हो गया लेकिन अब भी तुम्हारे बीच सब अजनबियों जैसा ही हैं। कब करोगे शादी ? कब तक भागता रहेगा उससे ?
मैं नहीं भाग रहा हूं उससे। मै शादी के लिए तैयार हूं। पर वो अभी करियर में और आगे बढ़ना चाहती हैं। अपने काम को लेकर उसमें एक नशा और जुनून हैं। जिसके आगे वह सब समझ कर भी अनजान बन रहीं हैं।
मोक्ष यार तुम दोनो अच्छी खासी पोस्ट पर हो और सैलरी भी डबल हैं। पूरी तरह सेटल हो। फिर ये करियर और सब कहां से आ गया। । । ?
आज सुबह ही मेरी बात हुई पाखी से शादी को लेकर। दो दिन बाद वो केशवपुर में होनेवाले मेले में जा रही हैं।
मोक्ष यह वही मेला हैं ना जो अघोरियों की वजह से सबके लिए इंपॉर्टेंट और अट्रैक्शन का सेंटर रहा हैं। । ? इस मेले में नागा साधु और अघोरी आते हैं ना ?
हाँ बिल्कुल सही कहा यश। केशवपुर में जहां यह मेला लगता हैं। वहीं एक जंगल भी हैं। ऐसा सुना हैं वहां ये साधु और अघोरी अपनी तंत्र विद्या या शक्तियां पाने के लिए पूजा पाठ भी करते हैं।
मैंने एक आर्टिकल में पढ़ा था। वह जंगल बहुत ही डरावना हैं। दिन के अंधेरे में भी गाँव वाले वहां जाने से डरते हैं। वहाँ से साधुओं या अघोरियों का एक भी इंटरव्यू कोई नहीं ला पाया हैं आज तक।
बिल्कुल सही कहा तुम ने यश। पाखी उनका एक इंटरव्यू चाहती हैं। इस इंटरव्यू में अगर हम कामयाब रहे तो बहुत जानकारी मिल जाएगी हमें। साथ ही प्रोमोशन और सैलरी पैकेज और बढ़ जाएगा।
मुझे भी साथ लेकर चलोगे... ?
बिल्कुल मेरे दोस्त। तुम भी हमारे साथ चलोगे। पाखी, मैं और तुम। हम केशवपुर के मेले की हर रिपोर्ट कवर करेंगे। इस इंटरव्यू के बाद पाखी मुझसे शादी करेगी। ऐसा वादा किया हैं पाखी ने।
अगर मेरे दोस्त का घर बस जाता हैं इस इंटरव्यू से तो इससे बढ़िया न्यूज क्या होंगी। अब चल मेरे साथ कैंटीन। वहां बहुत सी बाते डिस्कस करनी हैं। मेले की कवरेज और इंटरव्यू और बहुत कुछ।
ठीक हैं यश चल चलते हैं।
यहां पाखी तो नहीं दिखाई दे रही हैं? शायद वो लंच कर के जा चुकी हैं।
तभी पीछे से एक आवाज आती हैं।
नहीं यश टेबल पर बैठते हुए। मैं तुम दोनों का ही इंतजार कर रही थी। वैसे केशवपुर के बारे में क्या सोचा ? वहां हम कहां रहेंगे ? रिकॉर्डिंग और इंटरव्यू ?
पाखी हम मेंले में रिकॉर्डिंग और इंटरव्यू लेंगे और कुछ टाइम जंगल में भी रिकॉर्ड करेंगें। शायद कुछ नया और धमाकेदार मिल जाए। इंटरव्यू में पूछ सके ऐसे कुछ सवाल मैंने बना लिए हैं। एक बार तुम दोनों भी देख लो। उस में कुछ और ऐड करना हो या और सवाल हो तो मुझे बता देना।
यश तेरा आइडिया सही लग रहा हैं। वैसे हम दोपहर तक केशवपुर पहुंच जाएंगे। थोड़ी बहुत बात और इंफॉर्मेशन गांव के लोगों से लेने की कोशिश करेंगे। रात को मेले और जंगल में कुछ रिकॉर्डिंग और सुबह होने से पहले उस गांव से निकल जाएंगे।
बिल्कुल सही कहा मोक्ष तुम ने। नया, धमाकेदार और सनसनी जो आग लगा देगी। पाखी और मोक्ष हमे इस तरह से काम करना होगा जिससे हमारा शो हिट हो जाए। टीआरपी में टॉप रेटेड शो बन जाएं। लेकिन यार क्या हम इंटरव्यू लेने में कामयाब हो पाएंगे ?
हा यश बिलकुल हम कामयाब जरूर होंगे। पॉजिटिव सोच कहते ही एक लम्बी सी स्माइल आ जाती हैं पाखी के चहरे पर। मोक्ष भी पाखी की तरफ देखता है और फिर यश की तरफ। ठीक दो दिन बाद तीनों केशवपुर में होंगे।
पाखी और यश हम तीनों को अलग होकर यहां की कवरेज शूट करनी चाहिए।
हाँ बिल्कुल सही कहा तुम ने मोक्ष। लेकिन अघोरी से बात और सवाल जवाब ?
अगर हम अघोरी को मना लेते हैं इंटरव्यू के लिए तो हम तीनों अलग - अलग एंगल से शूट करेंगे। फिलहाल हमारा फोकस एक ही अघोरी के ऊपर होना चाहिए।
कुछ देर तक गांव के लोगों से बात – चीत में शाम हो जाती हैं। अब धीरे – धीरे सब मेले में आना शुरू हो गए थे। लेकिन जो मेले की खासियत थी वह थे नागा साधु और अघोरी। वह भी धीरे - धीरे मेले में आना शुरू हो गए थे। आसपास हर जगह ये अघोरी बाबा बैठें अपने में ही मस्त थे। वहीं कुछ लोगों की बातें और समस्या सुन कर उन्हें कुछ उपाय बता रहें हैं।
किसी तरह यश और मोक्ष ने दो अघोरी बाबा को सवालों के जवाब देने के लिए मना लिया और तैयार किए गए सवालों का जवाब पाकर कुछ ही देर में इंटरव्यू पूरा हों गया।
उस इंटरव्यू में नागा बाबा और अघोरी बनने की क्रिया, उनकी जीवन शैली और उनके अघोरी बनने के पीछे की कहानी और बहुत कुछ उनके जीवन और थोड़ा बहुत उनकी शक्तियों के बारे में इंटरव्यू से पता चल गया था। इंटरव्यू बहुत ही अच्छे से पूरा हो गया था। शो एक घंटे ही टीवी पर आनेवाला था लेकिन उसे अच्छी रेटिंग मिल जाएगी इस बात की पूरी गैरंटी थीं। बस बाकी रह गया था जंगल को कवर करना।
यश तुझे पाखी कहां हैं इस बारे में कुछ पता हैं ? एक घंटे से मैंने उसे नहीं देखा ?
तभी पीछे से एक आवाज आती हैं। मोक्ष और यश कुछ लोगों से ये पता चला है कि आज इन साधुओं में से कोई अपनी शक्ति से कुछ करनेवाला हैं जंगल में। आई मीन तंत्र शक्ति से कोई अनुष्ठान या पूजा। हमें वो कवर करना चहिए कहते हुए पाखी जिद्द करने लगती हैं।
ऐसी गुस्ताखी करने की कोशिश बिल्कुल भी मत करना। जो चीजे दुनिया से परे हैं उसमें झांकने की कोशिश बिल्कुल मत करना। अन्यथा मौत ही मिलेगी। इतना कहते ही वह अर्ध नग्न कपड़ों में खड़ा कपाली औघड़ जिसने पूरे बदन पर राख एक हाथ में त्रिशूल और दूसरे हाथों में चिलम था। लाल बड़ी सी आंखें, लंबे नाखून और लंबे बाल। जो की किसी राक्षस से कम नहीं लग रहा था। वह चेतावनी देते हुए सामने से निकल गया।
यह हमें डरा कर गया या चेतावनी देकर ? पाखी और यश अब तो हमें जरूर देखना चाहिए की जंगल में ये करते क्या हैं? क्या राज हैं जो ये अघोरी इस मेले में आए? जंगल में ऐसा क्या हैं जिससे गांव के लोग वहाँ दिन में भी जाने से डरते हैं? कहीं कोई चोर डाकुओं को गैंग तो नहीं हैं ? जो अघोरियों और नागा बाबा जैसे साधुओं की कहानी के आड़ में जंगल में रहते हैं ? बहुत बड़ी स्टोरी मिल सकती हैं हमें।
थोड़े देर बाद मेले से सब जा चुके थे। हम तीनों के अलावा कोई नहीं था वहां। आधी रात हो चुकी थीं। वहां बिल्कुल सन्नाटा था। हम तीनों जंगल के बाहर एक पेड़ के पीछे छुपकर बस एक आहत का इंतजार कर रहे थें। तभी आसमान में एक रौशनी या तारा ऐसा ही जो आसमान से सीधे जंगल के अंदर जाता दिखा।
पाखी और मोक्ष वो रौशनी जंगल के अंदर की तरफ गई । हाँ हमें चलना चाहिए। हम तीनो धीरे - धीरे जंगल के अंदर जाने लगे। कुछ देर बाद एक अघोरी वो भी उस रौशनी की तरफ भागता हुआ दिखा। उसके ही पीछे एक आदमी और औरत भी जंगल के अंदर भागते हुए दिखे। लेकिन यह दोनों उस अघोरी की तरफ नहीं बल्कि अलग - अलग दिशा में भाग रहे थे।
पाखी और यश तुम दोनों उस आदमी और औरत की तरफ जाओं। उन्हे कवर करने की कोशिश करो। मैं इस अघोरी के पीछे जाऊंगा।
लेकिन मोक्ष अघोरी के पीछे जंगल में अकेले जाना ? जान का रिस्क हो सकता हैं ?
मैं तुम दोनों का सीनियर हूं। मेरे ऑर्डर मानना ड्यूटी हैं तुम्हारी। मोक्ष का ऑर्डर मानते हुए पाखी और यश उस आदमी और औरत के पीछे भागते हैं और मोक्ष उस अघोरी के पीछे।
वह अघोरी कुछ ही देर में मोक्ष को मिल जाता हैं। एक लाल रंग के घेरे में बैठे पर मंत्र पढ़ रहा था। मोक्ष छिपते – छुपाते उस अघोरी के बिल्कुल पिछे खड़ा था। एक खोपड़ी, सितारे के आकार का चिहुन जिसके बीचों – बीच एक मटका रखा हुआ था। जिस पर बड़ा सा दिया भी जला कर रखा था। यह कुछ अलग था। बिना देर करते हुए मोक्ष वह सब रिकॉर्ड करने लगता हैं। वह अघोरी मंत्र बोलते हुए अपनी पूजा आगे जारी रखता हैं।
जा ये बार्ण मैं तुझे उसकी जान लेने के लिए छोड़ रहा हूं। जा और उसकी जान लेकर आ। उस अघोरी के इतना कहकर शांत होते ही एकाएक वह मटका ऊपर आसमान की तरफ उठने लगता हैं। उस में जलता हुआ दिया दो भागो में बट गया और उस मटके से अलग होकर आसमान में मटके के आगे चलने लगता हैं। जैसे वह मटके को किस तरफ जाना हो यह बता रहा हो। यह सब मोक्ष की इमेजिनेशन से बिल्कुल हट कर था। यह कोई छलावा तो नहीं हैं ? या फिर नजरों का धोखा? रिकॉर्ड करते हुए मोक्ष के रौंगटे खड़े हो जा रहे थें। लेकिन वह बिना डरे सब निडर होकर सब रिकॉर्ड कर रहा था। मटका बहुत ही धीमी चाल से आगे बढ़ रहा था। क्या लॉजिक हैं इस में यह समझ ना आने पर मोक्ष नीचे जमीन से एक पत्थर उठा लेता हैं और उस मटके की तरफ फेक देता हैं। पत्थर लगने की वजह से वह मटका टूट कर नीचे गिर जाता हैं। वह रौशनी जो मटके से अलग होकर चल रही थीं वह अब नीचे की तरफ धीरे - धीरे आने लगती हैं। अघोरी समझ जाता हैं की किसी ने उसकी पूजा भंग की। इसलिए जिस डिश से पत्थर मटके की तरफ आया उसी दिशा में वह पीछे मुड़कर देखता हैं। जहां उसे मोक्ष रिकॉर्डिंग करता हुआ दिख जाता हैं।
मूर्ख ये क्या कर दिया तूने ? मैंने चेतावनी दी थी ना फिर भी तेरी जिज्ञासा ख़त्म नहीं हुई? तूने मेरे छोड़े हुए बार्ण को खंडित कर दिया? यह जान के बदले जान लेता हैं। इसने मैंने अपनी पूरी शक्तियां लगा दी थीं और तूने इसे खंडित कर दिया। अब यह मेरी जान ले लेगा।
उस अघोरी का ऐसा रूप देखकर रुद्र समझ गया था की उस से कोई बहुत बड़ी गलती हो गई हैं। वह भागे या क्या करे कुछ समझ पाता उस के पहले की वह अघोरी मोक्ष को श्राप दे देता हैं।
जा मैं तुझे श्राप देता हूं। आज के बाद तेरी ज़िन्दगी आम इन्सान की तरह नहीं रह जाएगी। तुझे अतृप्त आत्माएं और जो तुम इन्सानों को नहीं दिखता था वह सब दिखेगा। तेरी ज़िन्दगी आम ना रह जाए। हमेशा डर और दहशत के साए में तू घुटे। अघोरी मोक्ष को इतना कहते ही सामने से आती रौशनी की तरफ देखने लगता हैं। वह रौशनी सीधे उस अघोरी के अंदर प्रवेश करती हैं। एक तेज़ प्रकाश के साथ आंखें चौंधिया जाए ऐसा उजाला हो जाता हैं।
नींद खुलते ही ऐसा लगा जैसे मैं बहुत दिन से सोया हुआ हूं। मैं अभी हॉस्पिटल में हूं ? लेकिन यहां तो कोई नहीं हैं ? मोक्ष कमरे में हर तरफ देख रहा था की उसे कमरे के बाहर एक बुजुर्ग महिला दिखाई देती हैं। सुनिए... सुनिए कौन है आप ? यह औरत कौन है ? इस तरह ये मुझे देखते हुए कहा जा रही हैं ? मुझे चल कर देखना चाहिए। मोक्ष कमरे से निकलकर उस औरत का पीछा करने लगता हैं। यह औरत तो मुर्दा घर की तरफ क्यों जा रही हैं ? क्या प्रोब्लम हैं इसकी ? देखना चाहिए आखिर मुर्दाघर का क्या माजरा हैं यही बड़बड़ाते हुए मोक्ष मुर्दा घर के अंदर पहुँच जाता हैं। जहां वह औरत ठीक सामने पीठ की तरफ खड़ी थीं। यह औरत तो किसी पुतले की तरह बस खड़े होकर किसी बॉक्स को घुरे जा रही थीं। पास जाकर देखना चाहिए। आपने आप में बड़बड़ाते हुए मोक्ष उस औरत के एकदम पास पहुंच जाता हैं। वह औरत एक बॉक्स को देखे जा रही थीं। बॉक्स पर लिखा था morgue - 20। उस औरत के इशारा करते ही मैंने मोक्ष ने उस मार्ग को खोल दिया।
जैसे ही औरत मोक्ष की तरफ पलटी। उसका चेहरा और उस लाश का चेहरा बिल्कुल एक जैसा था। यह नजारा देखकर मोक्ष दर गया जोर से चिल्ला कर बेहोश हो गया... ।
नमस्ते,
उम्मीद करती हूं पाठकों को कहानी पसंद आए। जहां भी कोई कमी या मेरी ग़लती लगे कमेन्ट के जरिए जरूर बताए। पाठकों की बहुमूल्य प्रतिक्रिया के इंतजार के साथ आगे की कहानी आपको morgue -20 यानी के अगले भाग में मिलेगी।
जल्द ही अगला भाग पोस्ट करूंगी। । ।