देख ले जरा अपनी आँखों से अगर तू भी नहीं पढ़ेगा तो तुम भी कल इसके जगह होगे। देख ले जरा अपनी आँखों से अगर तू भी नहीं पढ़ेगा तो तुम भी कल इसके जगह होगे।
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मीता की मम्मी की समझ से काम भी ठीक हो गया और मीता को एक नई सीख भी मिल गई। मीता की मम्मी की समझ से काम भी ठीक हो गया और मीता को एक नई सीख भी मिल गई।
लेखक: अंतोन चेखव अनु.: आ. चारुमति रामदास लेखक: अंतोन चेखव अनु.: आ. चारुमति रामदास
ऊपर आसमान के कागज पर प्रसन्नता की स्याही से रंगे ढेर सारे लाल गुलाबी रंग छिटक रहे थे। ऊपर आसमान के कागज पर प्रसन्नता की स्याही से रंगे ढेर सारे लाल गुलाबी रंग छिटक रह...
राहुल ने सुमन को एक दिन घर क्या ड्राप कर दिया, दूसरे दिन ऑफ़िस में उसी की चर्चा थी,उसे बहुत गुस्सा आ... राहुल ने सुमन को एक दिन घर क्या ड्राप कर दिया, दूसरे दिन ऑफ़िस में उसी की चर्चा ...