कभी कभी देर से भी कुछ अच्छी चीज़े ज़िंदगी में आती है। कभी कभी देर से भी कुछ अच्छी चीज़े ज़िंदगी में आती है।
लेखक: अंतोन चेखव अनु.: आ. चारुमति रामदास लेखक: अंतोन चेखव अनु.: आ. चारुमति रामदास
मौसम बरसात का है, फ़ोन पर सारी बात हो गयी, क्या पहनना है वो भी , पर जैसे ही आने का समय पूछा बात कल पर... मौसम बरसात का है, फ़ोन पर सारी बात हो गयी, क्या पहनना है वो भी , पर जैसे ही आने क...
ये बात उस वक्त कि है जब तुम्हारे पिताजी कि हेल्थ ठीक नहीं थीं। ये बात उस वक्त कि है जब तुम्हारे पिताजी कि हेल्थ ठीक नहीं थीं।
माँ तेरे बिना मैं अधूरी हो गई हूं, माँ तेरे बिना मैं अधूरी हो गई हूं,