वो तो वैसे ही डिप्रेशन में है और तो और उसकी बहन ने उसकी बात नहीं मानी, वो तो वैसे ही डिप्रेशन में है और तो और उसकी बहन ने उसकी बात नहीं मानी,
आज तुम इतना न करती तो शायद सबका उधारी भी नहीं दे पाता आज तुम इतना न करती तो शायद सबका उधारी भी नहीं दे पाता
उसी दिन अपराजिता की बेल पर भी बहुत वर्षों बाद पुष्प खिला था। उसी दिन अपराजिता की बेल पर भी बहुत वर्षों बाद पुष्प खिला था।
फिर मैने कहा, ‘आप तो राष्ट्र भाषा हैं। आप इस हालत में कैसे फिर मैने कहा, ‘आप तो राष्ट्र भाषा हैं। आप इस हालत में कैसे
गोरा झटपट भीतर गया और कराहते हुए हड्डियों के ढाचे को बाहर खींच लाया। वह जर्जर व्यक्ति कोई और नहीं गो... गोरा झटपट भीतर गया और कराहते हुए हड्डियों के ढाचे को बाहर खींच लाया। वह जर्जर व्...
कभी सुख है कभी दुख लेकिन जो इस जिंदगी के खेल को खुल कर खेल लेता है वो जीत जाता हैI कभी सुख है कभी दुख लेकिन जो इस जिंदगी के खेल को खुल कर खेल लेता है वो जीत जाता ह...