अधूरी रह गयीं ख्वाहिशें सारी तुम्हारे संग इस शहर को घूमने की
अधूरी रह गयीं ख्वाहिशें सारी तुम्हारे संग इस शहर को घूमने की
सीनेट हाल की रुकी हुई घड़ी अब चल पड़ेगी और ये ठहरा हुआ वक्त अपनी गति की चाल बदलेगा ! सब कुछ होगा इस शहर में, चाय की टपरी पर लड़के होंगे और महिला छात्रावास के दरवाजे पर लड़कियां होंगी, सड़क किनारे सेकेंड हैंड बिकती किताबें होंगी और उनमें नया तलाशती होंगी कुछ निगाहें, बैंक रोड से शहर की हर तरफ जाने वाले होंगे और बुलाकर निकलने के लिए होड़ लगाती हुई आवाजें भी होंगी ! कैम्पस के मैदानों की घासों पर खेलते नये पांव होंगे तो देश के तमाम पदों पर जाने के लिए उन खूबसूरत आंखों में नये सपने होंगे !
गंगा यमुना सरस्वती के पवित्र संगम की तलहटी पर श्रद्धालुओं की भीड़ होगी और जीवन में यौवन की शुरुआत करने वाले की प्रेमी जोड़े होंगे, पक्षियों का विशाल समूह नदियों के बहते जल में तैरते हुए अपनी खूबसूरती का परिचय कराते रहेंगे तो लेटे हुए हनुमान जी के मंदिर में घंटियां बजने की और आरती गाने की सुंदर ध्वनि हमेशा आतीं रहेंगी ! अक्षयवट का दर्शन करने भीड़ आएगी तो गंगा की महिमा गाती जाती रहेगि कर्जन ब्रिज पर फिल्मी अंदाज में तस्वीरें ली जाती रहेंगी तो आजाद पार्क में शहीद चन्द्रशेखर को श्रद्धांजलि भी दी जाती रहेगी ! खुसरो बाग की टाइमिंग वहीं रहेगी और कभी न कभी जाने की ललक पालने वाले वहां जरूर जाएंगे !
प्रयागराज कुंभ के दौरान चित्रकारी से प्रफुल्लित दीवारें अपना सौंदर्य हमेशा बिखेरती रहेंगी तो दधिकांतो, माघ के मेलों का आयोजन हमेशा होता रहेगा। हाथी पार्क में बच्चे अपने अभिभावकों के साथ हमेशा खेलते कूदते रहेंगे तो शहर के नगर निगम का कार्य हमेशा जारी रहेगा ! विश्वविद्यालय में निराला की मूर्ति के पास महफ़िलें हमेशा सजेंगी तो केंद्रीय पुस्तकालय में किताबों को पढ़ने से ज्यादा उन्हें देखने वालों की भीड़ हमेशा घुसी रहेगी ! प्रेमचंद के एम ए की डिग्री की कहानी हर नये व्यक्ति को सुनाई जाती रहेंगी तो मालवीय जी की नयी प्रतिमा के पास जाकर उनका आशीर्वाद हमेशा लिया जाता रहेगा ! कला संकाय के किसी भी कोने में में बैठे हुए छात्रों के समूह में देश, काल, परिस्थिति, प्रेम, मजाक आदि पर चर्चा होती रहेगी तो वाणिज्य, विधि संकायों के छात्रों की परीक्षा, कक्षाओं पर चर्चाएं जारी रहेंगी !
विज्ञान संकाय के मैदानों पर कहीं क्रिकेट, फुटबॉल, बास्केटबॉल और अन्य खेल फिर से खेले जाएंगे और जारी रहेंगे तो वहां के विभागों में प्रयोग, सवालों का हल और प्रोफेसरों की मेहनत हमेशा जारी रहेगी ! विजयनगरम हाल से लेकर गंगनचुंबी मीनार और नीले गुम्बदों की तरफ नजरें हमेशा जाती रहेंगी ! छात्रावासों का जलवा हर दो कदम पर देखने को मिलता रहेगा और अपने गौरवशाली इतिहास को बताते हुए पानी या गुटके की दुकान पर संघर्षरत लोग मिल जाएंगे ! केंद्रीय या राज्य सरकार द्वारा लिए गए किसी फैसले का विरोध करने के लिए पुतले जलाते रहेंगे तो "भैया प्रणाम" जैसे वाक्यांशों का प्रयोग जारी रहेगा।
राजनीतिक दल अलग-अलग होने के बावजूद सर्वदलीय अनशन और छात्रहितों की मांग सदा जारी रहेगी। शहर के हर चौराहे पर बधाई देते हुए बड़े बड़े पोस्टर तो रहेंगे ही लेकिन उनके बीच में छोटे छोटे पोस्टर भी झांकते रहेंगे जो कल इनकी जगह लेने में सक्षम होंगे ! देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का आनंद भवन और तारामंडल के सामने पर्यटकों की भीड़ लगी रहेगी तो "लौह महिला" और पूर्व एवं प्रथम व अबतक की अंतिम महिला प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी जी के स्वराज भवन के रखरखाव की चर्चा हर तरफ होती रहेगी ! नागवासुकी मंदिर के साथ उसके सामने गंगा की अविरलता हर किसी को अपनी तरफ आकर्षित करती रहेगी !
सबकुछ चलता रहेगा ! जो कुछ रुका हुआ वह भी गतिमान होने को तैयार हो गया है ! शहर अपनी अल्हड़़ता के रंग हमेशा दिखलाएगा लेकिन इस बीच यदि कोई नहीं होगा तो वो हूं मैं और मेरे अधिकतर दोस्त ! वक्त अपनी चाल चल गया है और मेरे लिए परिस्थितियां बदल गयीं हैं ! परिवार का बड़ा बेटा होना की परीक्षाओं का देना होता है ! मां-पापा की अपेक्षाएं, भाई बहन के विश्वास और अपने बुजुर्गो के सपने को पूरा करके खरा उतरना है ! कुछ जिम्मेदारियां लेकर इनके सिर के बोझ को हल्का भी करना है ! मुझे इस शहर से जो चाहिए था उससे कहीं अधिक मिला है, मैं संतुष्ट हूं इस शहर से लेकिन आगे कोई और शहर भी मुझे पुकार रहा है और मैं उसके पास जाना भी चाहता हूं ! इसे छोड़ कर बुरा बहुत लग रहा लेकिन रास्ते मंजिल नहीं होते और बिछड़ना भी एक सच्चाई है !
मेरी इस शहर को तुम्हारे संग घूमने की ख्वाहिशें अधूरी रह गयीं यारां और यदि कभी हम तुम्हारे साथ यहां आयें तो हम दोनों ही मेहमान होंगे ! मैं तुम्हारी मेजबानी करना चाहता था पर अफसोस ! जिंदगी में सबकुछ पाया भी तो नहीं जा सकता ! तुम हो न ! बस तुम्हारा होना मेरे लिए बहुत कुछ है ! तुम्हारा संग हमेशा बना रहेगा तो हम अपना ठिकाना खोज ही लेंगें।