अधजल गगरी छलकत जाय
अधजल गगरी छलकत जाय
अशोक भाई डॉक्टर का नाम था वो फेमिली फिजीशयन थे..उनके यहां नरेश नाम का कंपाउंडर था वो इंजेक्शन लगाने से लेकर ग्लुकोज़ के बोटल चढ़ाने और दवाइयां देने का काम करता था. वो १२वीं पास था.. अशोक भाई के यहां पांच साल नौकरी की, बाद में नौकरी छोड़कर आदिवासी जिल्ले के एक छोटे से गांव में जाकर नकली डीग्री खरीदकर चिकित्सालय चालु कर दिया..
आसपास के सात गांव में कोई डॉक्टर नहीं था वो दोनों हाथों से रूपए बटोरने लगा..पर एक दिन गांव के मुखिया की लड़की की तबीयत बिगड़ गई और नरेश ने ग्लुकोज़ का बोटल चढ़ाया और इंजेक्शन लगाया लड़की को ह्रदय में होल था, बिना जानकारी एक साथ पांच इंजेक्शन लगाने से लड़की का देहांत हो गया..
गांव के मुखिया ने नरेश को बहुत पीटा और पुलिस बोलाकर सौंप दिया.. पोलिश ने कार्यवाही की और सच्चाई सामने आए के हकीकत में नरेश तोअधजल
भरा गागर है जो ज्यादा छलका है...पढा कुछ नहीं और डॉक्टर बनकर सभी को लूटता रहा..।।।