अब और अपमान नहीं.
अब और अपमान नहीं.
परिवार में हंसी मजाक हो तो निशाने पर पत्नी बहू क्यों होती है..?
सुनैना "मैं प्रतिदिन करती क्या हूं ये कहकर आप मेरा अपमान कर रहे हैं! मैं वो सब करती हूं जो एक परिवार को संवारता है।"
कौशल "क्या ये परिवार तुम्हारा नहीं..?"
सुनैना "परिवार मेरा है तभी तो अपने काम की गिनती नहीं करती, बस अपमान ना हो यही विनती करती हूं।"
सास "बहु हंसी मजाक ही तो हो रहा था। बात इतनी भी न थी जितनी तुमने बढ़ा दी।"
सुनैना "हां मम्मी जी आज अपने साथ होने वाले हर अपमान के बीच का फर्क मैंने मिटा दिया।"
