ज़ात
ज़ात
दुनिया की है कुछ बात ख़ास
वक़्त आने पे सब दिखातें है अपनी ज़ात
संत कहते रहगये ज़ात-पात, अंधविश्वास
न रख बैर न कोई भेदभाव
दिल में तेरे राम
जिनके लिए, न कोई भेद, न कोई, भाव ।
दुनिया की है कुछ बात ख़ास
वक़्त आने पे सब दिखातें है अपनी ज़ात
संत कहते रहगये ज़ात-पात, अंधविश्वास
न रख बैर न कोई भेदभाव
दिल में तेरे राम
जिनके लिए, न कोई भेद, न कोई, भाव ।